शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे मे सिर्फ 3 दिन रह गए हैं। उद्धव ने गुरुवार को छत्रपति शिवाजी के जन्मस्थान शिवनेरी किले से मिट्टी लिया, उद्धव इस मिट्टी को लेकर 25 नवंबर को अयोध्या जाएँगे। शिवनेरी किला पुणे के जुन्नर मे स्थित है।
शिवसेना प्रमुख रविवार 25 नवंबर को राम मंदिर निर्माण आंदोलन को फिर से हवा देने के लिए अयोध्या दौरे पर जाएँगे। ठाकरे ने विजयदशमी रैली मे इसकी घोषणा की थी । उन्होने राम मंदिर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल भी किया था ।
ठाकरे के करीबी हर्षल प्रधान ने पीटीआई को बताया कि शिवसेना प्रमुख छत्रपति शिवाजी के जन्मस्थान कि मिट्टी के रूप मे उनका आशीर्वाद के कर अयोध्या जाएँगे । राम मंदिर मुद्दा उनके दिल के बहुत करीब है ।
उन्होने कहा कि शिवाजी सिर्फ शिवसेना के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के आदर्श हैं । बाला साहेब हमेशा शिवाजी के आदर्शों पर चलते रहे और अब उद्धव भी उन्ही के आदर्शों का पालन कर रहे हैं ।
पिछले दिनो उद्धव ने अयोध्या मे किसी रैली को संबोधित करने कि योजना से इंकार कर दिया था । उन्होने कहा था कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है कि किसी रैली को संबोधित किया जाये या नहीं । उन्होने ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’ का नारा भी दिया ।
25 नवंबर को ही विश्व हिन्दू परिषद अयोध्या मे एक विशाल रैली का आयोजन कर रही है जिसमे संत समाज और कई अन्य हिंदुवादी संगठनों के शामिल होने कि उम्मीद है। कहा जा रहा है कि वीएचपी कि रैली को संघ का भी समर्थन प्राप्त है।
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट मे राम जन्मभूमि मामले कि सुनवाई जनवरी 2019 तक टलने के बाद अचानक से अयोध्या फिर राजनीति के केंद्र मे आ गया है। हिंदुवादी संगठन जहां 2019 लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने कि मांग कर रहे हैं वहीं विपक्ष अपनी असफलता छुपाने के लिए भाजपा द्वारा चुनाव के मद्देनजर उठाया गया मुद्दा मान रहा है।