कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छतीसगढ़ के दौरे पर थे। वहां उन्होंने साल 2008 में टाटा स्टील प्रोजेक्ट के कारण किसानों से ली गई जमीन को वापस करने का ऐलान किया है। इसके बाद वे शनिवार को बस्तर जिले में आदिवासी किसान सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाएंगे। एक अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम में राहुल धुरागांव के भूमि दस्ताजे उन्हें वापस करेंगे।
कांग्रेस सरकार ने एक और वादा पूरा किया। आज बस्तर के किसानों के चेहरे पर चमक है। 11 साल बाद उन्हें जमीन वापस मिल रही है।आदिवासी किसानों से ये जमीन छीनकर ‘साहेब के मित्रों’ के लिए ‘लैंड बैंक’ में रखी गई थी।
इस फैसले में आदिवासी किसानों की आवाज है। मैं इसका स्वागत करता हूँ। pic.twitter.com/Q7b4tNKbxT
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 16, 2019
इसके अलावा वे वन अधिकार प्रमाण पत्र व कृषि ऋण माफी के दस्तावेज भी किसानों को सौपेंगे। बस्तर क्षेत्र में विकास के लिए गांधी ने 21.75 करोड़ रुपये का आवंटन भी दिया है।
Congress party fulfills yet another poll promise to the tribals in Chhattisgarh by returning their land.#CongressForTribalRights pic.twitter.com/zXY1KUU4Hm
— Congress (@INCIndia) February 16, 2019
ऐसा करके राहुल गांधी चुनाव के समय छतीसगढ़ किसानों से किए वादे को पूरा करेंगे। दिसंबर महीने में कांग्रेस के ओर से जारी घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख था।
साल 2008 में सरकार द्वारा 10 गांवों के 1,707 किसानों की 1,764.61 हेक्टेयर जमीन अधिकृत कर ली गई थी। हिंदी भाषी प्रदेशों में किसान हमेशा से बड़ा चुनावी मुद्दा रहे हैं। बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में तीन प्रदेशों (छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान) में कांग्रेस सरकार आने के पीछे इसका बड़ा हाथ है। चुनाव प्रचार के दौरान इन मुद्दों पर कांग्रेस खूब बोली थी।
28 जनवरी को ‘किसान आभार रैली’ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक और बड़ा ऐलान कि यदि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद उनकी सरकार सत्ता में आई तो गरीबों को ‘न्यूतम मासिक आय की गांरटी’ देकर सभी को औऱ खुश कर दिया है।
बीते विधानसभा चुनाव में कुल 90 में से 68 सीटों पर कब्जा जमाकर कांग्रेस पार्टी ने अपनी जीत सुनिश्चित की। वहीं भाजपा के 15 सीट कम हो गए थे।