भारतीय टीम के दाएं हाथ के बल्लेबाज चतेश्वर पुजारा जो कि इस समय एक जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होनें चार टेस्ट मैच की सीरीज के तीसरे मैच में अपने करियर का 17वां शतक लगाया। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में पुजारा ने नाथन लॉयन की गेंद में चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया।
अुनभवी पुजारा ने इस सीरीज में अबतक सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा गेंदे खेली है, वह पहले दिन का खेल खत्म होने तक 68 रन पर खेल रहे थे। और दूसरे दिन उन्होने अपने इस खेल को आगे बढाते हुए अपने इस स्कोर को शतक में परिवर्तित किया।
यह पुजारा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा शतक था, यह उनका टेस्ट फार्मेट में सबसे धीमा शतक रहा है। वह तीसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए है जिन्होने ऑस्ट्रेलिया में सबसे धीमा शतक लगाया है, इससे पहले सुनिल गावस्कर ने ( 286 गेंदो में, एडिलेड 1985) और भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (307 गेंदो में, सिडनी 1992) में सबसे धीमा शतक लगाया था। पुजारा पांचवे ऐसे बल्लेबाज भी बन गए है जिन्होने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में शतक लगाया है।
Oh what a feeling! 😎🔝🇮🇳🙌🏻
17th Test ton for @cheteshwar1 #TeamIndia #AUSvIND pic.twitter.com/1RIaLiJa4W— BCCI (@BCCI) December 27, 2018
यह पहला मौका है जब पुजारा ने किसी विदेशी टेस्ट सीरीज में दो शतक लगाए है।
उनके इस शतक के साथ, पुजारा ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांंगुली के 16 शतको का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।
पुजारा 322 रन के साथ इस सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी है, यह उनके विदेशी दौरो में बनाए गए अबतक के सबसे ज्यादा रन है, इससे पहले साल 2017 में उन्होनें श्रीलंका के खिलाफ 309 रन बनाए थे।
अपने इस शतक के साथ पुजारा ने 39 की औसत से अपने 31वें टेस्ट मैच में धर से दूर अपने 2000 रन पूरे किये है। उन्होने टेस्ट मैच की 113वीं इनिंग में 50 की औसत से 5200 से ज्यादा रन बना लिए है।
दूसरे दिन के लंच तक, भारत की टीम ने दो विकेट के नुकसान में 277 रन बनाए थे, जिसमें पुजारा 103 रन और कप्तान विराट कोहली 69 रन पर नाबाद रहे थे। वही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजो को इस पिच पर विकेट लेने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है।
भारतीय टीम ने टेस्ट मैच के पहले दिन अपने दोनो सालामी बल्लेबाजो की विकेट गंवा दी थी। जिसमें पदार्पण कर रहे खिलाड़ी मयंक अग्रवाल नें 74 रन बनाए थे।