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    मुंबई, 6 मई (आईएएनएस)| देश के मौजूदा चुनावी माहौल के बीच मांग में नरमी के कारण बीते महीने सेवा क्षेत्र का कारोबार प्रभावित रहा है। यह बात सोमवार को निक्केई इंडिया सेवा क्षेत्र कारोबारी गतिविधि सूचकांक की रिपोर्ट में कही गई है।

    रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल में भारत के सेवा क्षेत्र की रफ्तार सुस्त पड़ गई और नए कारोबार की दर और उत्पाद वृद्धि दर घटकर सात महीने के निचले स्तर पर आ गई।

    निक्केई इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) चालू वित्त वर्ष के शुरुआती महीने अप्रैल में 51 पर आ गया, जबकि इससे एक महीने पहले मार्च में यह 52 पर था। पिछले साल सितंबर के बाद का यह सबसे निचला स्तर है।

    पीएमआई के 50 से ऊपर का स्तर आर्थिक गतिविधि में तेजी का सूचक होता है, जबकि 50 से नीचे का स्तर मंदी का सूचक है।

    विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की रफ्तार भी घटकर सात महीने के निचले स्तर पर आ गई है। निक्केई इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स भी अप्रैल में 52.7 फीसदी से फिसलकर 51.7 फीसदी पर आ गया।

    आईएचएस मार्किट के प्रधान अर्थशास्त्री और रिपोर्ट के लेखक पॉलीयाना डी लामा ने कहा, “भारत के निजी क्षेत्र में सुस्ती बनी हुई है, जोकि मुख्य रूप से देश के चुनावी माहौल में उत्पन्न बाधाओं से जुड़ी है, हालांकि कंपनियों को चुनाव के बाद सरकार बनने पर तेजी की उम्मीद है।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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