लखनऊ, 4 मई (आईएएनएस)| लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की जिन 14 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है, उनमें कई दिग्गजों का राजनीतिक भविष्य दांव पर है। फैसला मतदाताओं के हाथ में है। इनमें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शामिल हैं। पांचवें चरण के लिए प्रचार शनिवार शाम पांच बजे थम गया।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में एक बार फिर लखनऊ लोकसभा सीट से मैदान में हैं। उनका मुकाबला सपा-बसपा गठबंधन की उम्मीदवार पूनम सिन्हा और कांग्रेस उम्मीदवार कलकी पीठ के महंत आचार्य प्रमोद कृष्णम से है। पिछली बार राजनाथ ने यहां से लगभग दो लाख 72 हजार मतों से जीत हासिल की थी। इस बार उनके सामने अपना मार्जिन बरकार रखने की चुनौती है। करीब तीन दशकों से इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। 1991 से भाजपा यहां से लगातार जीत रही है।
गांधी परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली और अमेठी में परिणाम बदलने के कम ही आसार हैं। रायबरेली से सोनिया गांधी पांचवीं बार चुनाव मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने पुराने कांग्रेसी एमएलसी दिनेश सिंह को उनके खिलाफ चुनावी रण में उतारा है। वह सोनिया की राह में कितना रोड़ा बनेंगे, यह तो समय बताएगा।
इस चरण में सबसे कांटे का मुकाबला अमेठी सीट पर देखने को मिल रहा है। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लड़ाई केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से है। उम्मीदवार घोषित होने के बाद से ही स्मृति लगातार अमेठी में डटी हुई हैं। उनके पक्ष में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रोडशो किया है, मुख्यमंत्री योगी सहित अनेक नेताओं ने जनसभाएं की हैं।
दूसरी तरफ राहुल की ओर से कांग्रेस की स्टार प्रचारक और उनकी बहन प्रियंका गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी लगातार अमेठी में प्रचार कर रहे हैं। प्रियंका ने अपने रोडशो और नुक्कड़ सभाओं में स्मृति ईरानी को बाहरी बताया है। वैसे यहां पर सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस के समर्थन में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है, जिसे कांग्रेस अपना प्लस पॉइंट मान रही है।
इसके अलावा मंडल-कमंडल की राजनीति से उभरे वीपी सिंह के संसदीय क्षेत्र फतेहपुर में भाजपा के लिए लड़ाई कठिन दिख रही है। यहां गठबन्धन से बसपा ने सुखदेव प्रसाद वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, पुराने सपाई राकेश सचान इस बार कांग्रेस से चुनाव मैदान में उतरकर भाजपा उम्मीदवार साध्वी निरंजन ज्योति के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।
इसके अलावा इस चरण में लल्लू सिंह, बृजभूषण शरण सिंह, कौशल किशोर, जितिन प्रसाद, कीर्तिवर्धन सिंह, प्रमोद आचार्य कृष्णम, कैसर जहां, तनुज पुनिया, आर.के. चौधरी, निर्मल खत्री, पूनम सिन्हा, गुड्डू सिंह, सी.एल. वर्मा और इंद्रजीत सरोज सहित कई अन्य प्रमुख नेता भी सियासी मैदान में हैं।
पांचवें चरण में राज्य की कुल 14 लोकसभा सीटों पर 181 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन सीटों पर कुल 2़ 47 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। इनमें 1़ 32 करोड़ पुरुष, 1.14 करोड़ महिला और 1321 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।
इस चरण में जिन सीटों के लिए मतदान होने हैं, उनमें धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी (अनुसूचित जाति), फैजाबाद, बहराइच (अनुसूचित जाति), कैसरगंज और गोंडा शामिल हैं।
इन सीटों पर छह मई को होने वाले मतदान के लिए कुल 16,126 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।