चीन ने बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए नए साल पर कठोर कदम उठाया है। चीन ने 1 जनवरी से करीब 553 ऑटो मॉडल ( कार मॉडल) के उत्पादन पर रोक लगा दी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सरकार ने ये निर्णय ईंधन खपत मानकों का पालन नहीं करने वाले कुल 553 कार मॉडलों पर लागू किया है।
चीनी सरकार के इस नियम से नए साल पर 553 कार मॉडल का निर्माण नहीं किया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक ये ऑटो मॉडल ईंधन की अधिक खपत वाले है।
इन कार कम्पनियों में घरेलू उत्पादक कंपनियों के साथ विदेशी दिग्गज कम्पनियां जैसे बीजिंग बेन्ज ऑटोमोटिव, चैरी, डोफेंग मोटर कॉर्पोरेशन और एफओडब्लूय-वोक्सवैगन आदि शामिल है।
गौरतलब है कि चीन प्रदूषण की समस्या की काफी ग्रस्त है। चीन इन कोशिशों में लगा हुआ है कि जैसे तैसे देश में ईंधन के प्रयोग को सीमित किया जा सके और नए ऊर्जा वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहन मिल सके। इसके तहत चीनी सरकार द्वारा नए ऊर्जा वाहन यानि इलेक्ट्रीक वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा।
इलेक्ट्रीक वाहनों की खरीददारी में टैक्स छूट का प्रावधान
चीन में प्रदूषण दुनिया के अन्य देशों की तुलना में काफी ज्यादा है। जिस प्रकार नई दिल्ली में प्रदूषण की वजह से पास में भी कुछ दिखाई नहीं देता है। उससे भी काफी खतरनाक स्थिति चीन में है।
चीनी सरकार ने पिछले हफ्ते इलेक्ट्रीक वाहनों की खरीददारी को बढावा देने के लिए टैक्स में छूट का प्रावधान भी किया है। जिसके तहत अगले तीन सालों तक इलेक्ट्रीक मोटर वाहनों को खरीदने पर कम टैक्स चुकाना पड़ेगा।
सरकार की मंशा है कि नई कारों पर ईंधन की खपत से संबंधित कठोर नियमों को लागू किया जाएगा। जिससे देश में इलेक्ट्रीक कारों को बढ़ावा मिले।
चीन में ईंधन की अधिक खपत की वजह से ही प्रदूषण का स्तर काफी भयावह हो रहा है। इस वजह से चीनी लोगों के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है। जिस वजह से ही चीनी सरकार ने ये निर्णय लिया है।