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    बीजिंग, 6 जून (आईएएनएस)| चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 6 जून को चीन की चाइना टेलीकॉम, चाइना मोबाइल, चाइना यूनिकॉम और चाइना रेडियो व टेलीविजन सहित चार कंपनियों को 5जी वाणिज्यिक लाइसेंस जारी किए, जिससे यह जाहिर है कि 5जी तकनीक के वाणिज्यिक प्रयोग में चीन का दाखिला हुआ।

    5जी वाणिज्यिक लाइसेंस जारी करना विभिन्न देशों के बाजारों के लिए प्रेरित करने वाली खबर है। अंतर्राष्ट्रीय मापदंड संस्था ‘तीसरी पीढ़ी की भागीदारी कार्यक्रम’ द्वारा तैयार 5जी मापदंड कार्यक्रम के अनुसार वर्ष 2020 में 5जी तकनीक का पूर्ण वाणिज्यिक प्रयोग कायम हो सकेगा। इसी उद्देश्य में विकसित देशों में 5जी तकनीक के वाणिज्यक प्रयोग लागू करने का विन्यास किया जा रहा है।

    पिछले हफ्ते ब्रिटेन के छह शहरों में 5जी सर्विस शुरू की गई है जिसमें चीनी हुआवेई कंपनी की तकनीक का प्रयोग किया गया है। अभी तक चीनी कंपनियों के पास परिपक्व 5जी तकनीक और प्रणाली विकसित है। 5जी वाणिज्यिक लाइसेंस जारी करने से कुछ शहरों और हॉट पाइंट जोन में 5जी नेटवर्क स्थापित किया जाएगा और इन क्षेत्रों में जल्द ही 5जी सेवा का प्रसारण किया जाएगा। पता चला है कि चीन के शांघाई और क्वांगचो आदि शहरों में 5जी बेस स्टेशन रखने की योजना तैयार हो चुकी है।

    5जी तकनीक का अनुसंधान और इस्तेमाल करना किसी भी एक देश से निर्भर नहीं हो सकता है। 5जी मापदंड विश्व के सभी उद्योगों की भागीदारी से निर्धारित एकीकृत अंतर्राष्ट्रीय मापदंड माना जाता है। चीनी कंपनी स्वतंत्र नवाचार और तकनीकी अनुसंधान के जरिये कुछ कुंजीभूत तकनीकों के संदर्भ में विश्व के अग्रिम पंक्ति पर जा पहुंची हैं। ‘तीसरी पीढ़ी की भागीदारी कार्यक्रम’ के मुताबिक पहले चरण के 5जी मानकीकरण का काम पूरा हो चुका है।

    इसमें चीनी कंपनियों का अनुपात 30 प्रतिशत रहा है। जबकि नोकिया, एरिक्सन, क्वालकॉम और इंटेल जैसे विदेशी कारोबारों ने भी चीन के 5जी वाणिज्यिक प्रयोग में हिस्सा लिया है। जिससे यह जाहिर है कि 5जी की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को किसी भी बल के हस्तक्षेप से रोका नहीं जा सकेगा। इधर के समय अमेरिका ने चीनी कंपनी हुआवेई के खिलाफ दबाव डालने का निरंतर प्रयास किया। पर सीएनएन के अनुसार इससे अमेरिका को 11 अरब अमेरिकी डालर नुकसान होगा। उधर ब्रिटेन के मोबाइल संचार वाहक एए और वोडाफोन ने हुआवेई कंपनी के वायरलेस नेटवर्क उपकरणों का प्रयोग जारी रखने का विचार प्रकट किया। ब्रिटेन की सबसे बड़ी माइक्रोचिप कंपनी के सीईओ ने कहा कि अगर व्यापार युद्ध का विस्तार हो, तो इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को चीन के पक्ष में खड़ा होना होगा।

    विश्लेषकों का मानना है कि वर्ष 2020 से 2025 तक चीन में 5जी बाजारों के उपभोक्ताओं की संख्या 43 करोड़ तक जा पहुंचेगी। 5जी वाणिज्यिक प्रयोग का आर्थिक उत्पादन मूल्य 106 खरब युआन तक जा पहुंचेगा। इस के साथ ही 5जी तकनीक के प्रयोग से संचार, वीडियो और दर्शन के अनुभवों की लम्बी छलांग सिद्ध होगी। भविष्य में 5जी तकनीक के प्रयोग से चालक रहित कारें, दूरस्थ शिक्षा व चिकित्सा तथा स्मार्ट वृद्ध देखभाल आदि उद्योगों का विकास किया जाएगा। विनिर्माण उद्योग का ‘स्वचालन, डिजिटलीकरण, नेटवर्किं ग, और स्मार्ट’ विकास भी संपन्न हो जाएगा।

    वर्ष 2019 को 5जी वाणिज्यिक प्रयोग का प्रथम साल माना जाता है। 5जी तकनीक के प्रयोग से असंख्य वाणिज्यिक और रोजगारी मौके तैयार होंगे। चीन अपनी श्रेष्ठ तकनीक के सहारे दूसरे देशों में 5जी उपकरणों के निर्माण में भाग लेने को तैयार है, और चीन भी अपने 5जी नेटवर्क के निर्माण में दूसरे देशों के कारोबारों का स्वागत करेगा। अगर कोई देश ‘छोटे सर्कल’ के विचार से 5जी तकनीक का एकाधिकार करना चाहता है, तो अंतत: उसे तकनीक के विकास से खारिज किया जाएगा।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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