श्रीलंका में स्थित चीनी दूतावास ने मंगलवार को अपने नागरिकों को हालिया दिनों में श्रीलंका की यात्रा न करने के लिए आगाह किया है। ईस्टर रविवार के दिन समस्त श्रीलंका के आलिशान होटलो और चर्चो में आठ बम विस्फोट हुए थे। श्रीलंका में चीन सबसे बड़ा निवेशक है।
चीनी दूतावास ने वेबसाइट पर बयान जारी कर कहा कि “अगर चीनी नागरिक जबरन श्रीलंका की यात्रा करते हैं तो यह उन्हें मुकम्मल सहायता मुहैया करना दूयतवास के लिए चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि यहां भारी सुरक्षा जोखिम बरकरार है।”
श्रीलंका में आतंकी विस्फोटकों की वैश्विक जगत ने काफी आलोचना की है। भारत सहित नेपाल, अमेरिका, पाकिस्तान और अन्य देशों ने इस आतंकी हमले की सख्ती से निंदा की है। श्रीलंका ने इस हमले का जिम्मेदार स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी गुट को माना है हालाँकि इसकी जिम्मेदारी अभी किसी आतंकी समूह ने नहीं ली है।
सुषम स्वराज ने श्रीलंका में फंसे भारतीय नागरिकों को हर मुकीम मदद का आश्वासन दिया है। सुषमा स्वराज ने कहा कि “मैंने कोलोंबो में भारतीय उच्चायुक्त तरनजीत सिंह संधू से बातचीत की है। हम विस्फोट में मारे गए लोगो में से भारतीय नागरिकों की पहचान कर रहे हैं। किसी भी मदद के लिए कृप्या भारतीय उच्चायुक्त से संपर्क में रहे। आप +94777903082, +94112422788 और +94112422789 पर संपर्क कर सकते हैं।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि “आज सुबह श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से फ़ोन पर बातचीत की और उन्हें सूचित किया कि आतंकवाद से लड़ने में अमेरिका उनके और उनके राष्ट्र के साथ खड़ा है। साथ ही अमेरिका की जनता और खुद की तरफ से संवेदना भी व्यक्त की थी।”
आठ विभिन्न स्थानों पर हुए खौफनाक हमले में करीब 300 लोगो की मौत और 500 से अधिक लोगो की जख्मी होने की खबर है। जांच विभाग तफ्तीश में जुटे है और इससे सम्बंधित 40 संदिग्धों की गिरफ्तारी भी की गयी है।