बीजिंग, 6 जून (आईएएनएस)| वर्तमान में चीन में पारिस्थितिकी निर्माण में गति दी जा रही है। चीनी शहरों में अधिक से अधिक उद्यान नजर आ रहे हैं। अच्छे पारिस्थितिकी और पर्यावरण से नागरिकों का जीवन और बेहतर होने लगा है।
पेइचिंग शहर के शीछंग और फंगथाई दोनों जिले के बीच छांग्लफांग शहरी वन उद्यान स्थित है। चीन की राजधानी होने के चलते पेइचिंग की जमीन बहुत महंगी है। इस वन उद्यान का क्षेत्रफल 9 हजार वर्ग मीटर है, जिसका निर्माण साल 2017 में शुरू हुआ। स्थानीय पेइचिंग वासी छ्वी ली ने कहा कि वर्तमान में शहर में इधर-उधर हरे भरे स्थल और फूल उद्यान नजर आते हैं। इन्हें देखकर मन खुश हो जाता है।
छांग्लफांग वन उद्योग के निर्माण की चर्चा करते हुए पेइचिंग के शीछंग जिले के एक अधिकारी ने कहा कि इस उद्यान के निर्माण के पूर्व अच्छी तरह डिजाइन किया गया, ताकि शहर में नागरिकों को पास वन उपलब्ध हो।
वर्तमान में पेइचिंग शहर में शहरी पार्क, उप नगरीय पार्क, वन व दलदल भूमि वाले पार्क की स्थापना की जा रही है। साल 2018 के अंत तक पेइचिंग में वनों की दर 43.5 प्रतिशत तक पहुंच गई, वन रोपण की दर 48.44 प्रतिशत तक रही।
वहीं दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के फूअर, और सछ्वान प्रांत के मेईशान आदि शहरों में वन उद्यान का संसाधन भी प्रचुर है। फूअर राष्ट्रीय पार्क का क्षेत्रफल 6 हजार हेक्टेयर से ज्यादा है, जहां प्राकृतिक ओक्सिजन प्रचुर है। रोज कई स्थानीय नागरिक खास तौर पर काम करने और जीवन बिताने आते हैं।
सछ्वान प्रांत के मेईशान शहर में तोंगफो दलदल भूमि वाले पार्क का क्षेत्रफल 200 हेक्टेयर है, रोज 10 हजार पर्यटकों को आकर्षित करता है। स्थानीय अधिकारी के मुताबिक अभी इस शहर में छोटे और बड़े पार्को की संख्या 130 से अधिक हो चुकी है। पार्क के निर्माण से स्थानीय सरकार को करीब 4 अरब युआन की कमाई कम हुई, लेकिन दलदल भूमि वाले पार्क का निर्माण पूरा होने के बाद नागरिकों की जीवन गुणवत्ता ज्यादा बेहतर हो गई, इसका मूल्य 4 अरब युआन से नहीं लाया जा सकता।
जानकारी के अनुसार, अभी तक चीन में कुल 300 से अधिक शहरों में राष्ट्र स्तरीय वन्य शहर का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें 165 शहरों को राष्ट्र स्तरीय वन्य शहर नामांकित किया गया। वन्य शहर का निर्माण देश में पारिस्थितिकी निर्माण, पर्यावरण में सुधार और जनता के कल्याण का कारगर रास्ता बन चुका है।