रूस एक मिसाइल अटैक वार्निंग सीरिया के निर्माण में चीन की मदद कर रहा है। मौजूदा वक्त में यह सिर्फ रूस और अमेरिका के समक्ष ही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरूवार को यह बयान दिया था।
उन्होंने सोची में एक अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के आयोजन में कहा कि “यह एक गंभीर चीज है कि पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना की रक्षा क्षमता में नाटकीय वृद्धि हो रही है।” चीन और रूस के बीच काफी नजदीकी बढ़ गयी थी खासकर अमेरिका के दूर जाने से।
अमेरिका ने रूस पर हथियारों को बेचने के लिए प्रतिबन्ध लगा रखे है और साथ ही हथियारों को खरीदने वाले देश पर प्रतिबन्ध थोपने की धमकी दी थी। हाल ही में तुर्की ने रूस के एस-400 मिसिसले प्रणाली को खरीदा था और इसके प्रतिकार में अमेरिका ने तुर्की को ऍफ़-35 कार्यक्रम से निलंबित कर दिया था।
भारत और चीन भी रूस से हथियारों को खरीदने की योजना बना रहा है जिसके लिए नयी दिल्ली अमेरिका के सतह निरंतर बातचीत कर रही है।