बीजिंग, 6 जून (आईएएनएस)| चीन और रूस व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों का विकास करेंगे। शी चिनफिंग ने कहा कि इस वर्ष चीन व रूस के बीच राजनयिक संबंध स्थापना की 70वीं वर्षगांठ है। 70 वर्ष एक मील का पत्थर जैसा है। वह भी एक नयी शुरुआत ही है, खास तौर पर वर्तमान में बदल रही स्थिति में।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग स्थानीय समयानुसार 5 जून के दोपहर के बाद मास्को पहुंचने के बाद क्रेमलिन गए। वहां शी चिनफिंग व पुतिन की भेंट आयोजित हुई।
पुतिन ने शी चिनफिंग के लिए हार्दिक स्वागत रस्म आयोजित की। बाद में दोनों देशों के नेताओं ने छोटे दायरे वाली वार्ता की। शी चिनफिंग ने कहा कि चीन व रूस के प्रति दोनों देशों की जनता व अंतर्राष्ट्रीय समुदाय बड़ी प्रतीक्षा में हैं। चीन-रूस संबंधों का विकास असीमित होगा, और बेहतर होगा। चीन रूस के साथ कोशिश करके लगातार दोनों देशों के उच्च स्तरीय राजनीतिक संबंधों से लाभ उठाकर सहयोग में दोनों देशों की जनता को ज्यादा लाभ देगा, और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में चीन व रूस की ज्यादा से ज्यादा योजनाओं को योगदान देगा।
पुतिन ने कहा कि शी की यात्रा दोनों देशों के संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दोनों पक्षों की समान कोशिश से चीन-रूस संबंध एक अभूतपूर्व स्थान पर पहुंचे। साथ ही दोनों देशों की जनता को वास्तविक लाभ भी मिला।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और रूस के बीच संबंध मजबूत करना हमारे दोनों देशों के बीच इतिहास विकास का परिणाम है, और हमारे दोनों के लिए एक दृढ़ सामरिक विकल्प भी है। दोनों सामरिक संचार और सहयोग बढ़ाएंगे, साथ ही एक दूसरे के मूल हित से जुड़ी समस्याओं पर आपसी समर्थन मजबूत करेंगे। दोनों के बीच आर्थिक-व्यापारिक सहयोग बढ़ाएंगे, दोनों के बीच सामरिक परियोजना और उभरता क्षेत्र में सहयोग एक साथ विकास करेंगे। इतना ही नहीं, दोनों व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वैज्ञानिक और एयरोस्पेस आदि क्षेत्रों में सहयोग भी मजबूत करेंगे।
पुतिन ने कहा कि रूस हमेशा चीन के लिए पर्याप्त तेल और गैस ऊर्जा प्रदान करना चाहता है। आशा है कि रूस चीन के बाजार में और ज्यादा दालों आदि कृषि उत्पादों का निर्यात कर सकेगा।
चीन और रूस के राष्ट्रपतियों ने 5 जून को मॉस्को में समकालीन वैश्विक रणनीतिक स्थिरता को मजबूत करने के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, दोनों ने एक साथ वैश्विक रणनीतिक स्थिरता की रक्षा करने की घोषणा की।
उसी दिन दोनों नेताओं ने चीन व रूस के बीच नए युग में व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों के विकास से जुड़ा संयुक्त ज्ञापन भी जारी किया।