चीन ने हाल ही में अन्य ब्रिक्स देशों के साथ माना था कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन कर रहा है। इसके सिर्फ चार दिन बाद ही चीन ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ है और कहा कि देश ने आतंकवाद की लड़ाई में काफी कुछ खोया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री आसिफ ख्वाजा इस समय चीन के दौरे पर हैं। ब्रिक्स में पाकिस्तान को आतंकी देश बताने के तुरंत बाद चीन ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री को बात करने के लिए बुलाया था। बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रीवांग यी ने पाकिस्तान का बचाव किया है।
जाहिर है ब्रिक्स में पाकिस्तान को आतंकवादी देश बताने के बाद चीनी अधिकारीयों को लगा कि उनसे बहुत बड़ी गलती हुई है। कई चीनी मीडिया के लोगों ने माना इससे चीन ने पाकिस्तान को नाराज कर दिया है। इसके विरोध पाकिस्तान में भी देखने को मिला था।
चीन और पाकिस्तान की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। जहाँ चीन के लिए पाकिस्तान उसके व्यापार को बढ़ाने में मदद कर रहा है, वहीँ पाकिस्तान चीन को भारत के खिलाफ एक मजबूत साथी के रूप में देख रहा है।
चीन के सिल्क मार्ग यानी वन बेल्ट वन रोड योजना में पाकिस्तान अहम् किरदार निभा रहा है। इस कारण से चीन नहीं चाहता कि वह ऐसा कोई भी काम करे जिससे पाकिस्तान गुस्सा हो जाए। इसी कारण से चीन ने अपनी गलती को सुधारने के लिए अब पाकिस्तान का बचाव किया है।
आपको बता दें ब्रिक्स 2017 के दौरान चीन ने एक घोषणापत्र जारी किया था, जिसमे यह माना था कि पाकिस्तान में कई आतंकवादी संगठन बसे हुए हैं। इसमें जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तोइबा का जिक्र किया गया था। इस घोषणापत्र को भारत और चीन समेत, रूस, ब्रासिल और दक्षिण अफ्रीका ने भी माना था।