चीन ने गुरूवार को भारत पर आरोप लगाया था कि भारतीय ड्रोन ने चीनी क्षेत्र में घुसैपठ की है जिसके बाद वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। अब चीन के राज्य मीडिया ने कहा है कि भारतीय ड्रोन ने सिक्किम सीमा के पास डोकलाम क्षेत्र में ही घुसपैठ की थी जहां पर वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
भारत व चीन के बीच में कुछ समय पहले ही डोकलाम विवाद के बाद यहां गतिरोध खत्म हुआ था। डोकलाम में भारत व चीन के बीच काफी लंबे समय तक सैन्य गतिरोध चला था जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं ने इस संवेदनशील इलाके से पीछे हटने पर सहमति जताई थी।
चीन के राज्य मीडिया ने भारतीय ड्रोन के चीनी क्षेत्र में घुसपैठ को लेकर कहा है कि इस घुसपैठ का नतीजा ड्रोन खोने से ज्यादा भी बदतर हो सकता है।
गुरूवार को चीन ने भारत पर चीनी क्षेत्र में ड्रोन से आक्रमण करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा था कि भारतीय ड्रोन तकनीकी खामी की वजह से वहां पहुंच गया था।
भारतीय ड्रोन के चीनी क्षेत्र में घुसने पर चीनी सेना व वहां के विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट नहीं बताया था कि किस जगह पर ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
सिर्फ इतना बताया था कि सिक्किम में चीन-भारत सीमा पर यह घटना हुई है। अब कहा जा रहा है कि ये घटना डोकलाम क्षेत्र में हुई थी जिसे चीन अपना क्षेत्र बताता है और भूटान अपना दावा दिखाता है।
ग्लोबल टाइम्स ने दागे भारत से सवाल
शनिवार को चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारतीय ड्रोन की घुसपैठ डोकलाम में हुई थी जहां पर कुछ समय पहले भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध बना हुआ था।
संपादकीय का टाइटल लिखा गया कि भारत को ड्रोन के घुसपैठ के लिए मांफी मांगनी चाहिए। अखबार ने लिखा कि डोकलाम जैसे संवेदनशील इलाके पर दोनों पक्षों को बचना चाहिए।
इसके अलावा संपादकीय में भारत से पूछा गया कि अगर ड्रोन की घुसपैठ तकनीकी समस्या से हुई है तो यह गलत स्थान व गलत समय पर ही क्यों हुई। आग लिखा कि अगर चीनी ड्रोन तकनीकी खामी की वजह से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करे तो क्या भारत इसे आसानी से स्वीकार कर लेगा।
गौरतलब है कि डोकलाम विवाद को भारत और चीनी सीमावर्ती सैनिकों ने करीब 70 दिवसीय सैन्य ठहराव के बाद अगस्त के अंत में सुलझा लिया था।