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    डोनाल्ड ट्रम्प

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि “अगर इस महीने चीनी राष्ट्रपति के साथ जी-20 सम्मेलन के इतर व्यापार बातचीत में कोई प्रगति नहीं दिखी तो वह चीन के उत्पादों पर एक और दफा अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए तैयार है।”

    अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद बीते माह ही अंत के कगार पर खड़ी थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने निरंतर कहा है कि वह ओसाका में आयोजित जी -20 सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं। चीन ने ऐसी किसी मुलाकात की कोई पुष्टि नहीं की है।

    ट्रम्प ने बीते हफ्ते कहा था कि “विश्व की दो आर्थिक महाशक्तियों के नेताओं की बीच मुलाकात के बाद ही निर्णय होगा कि 300 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर शुल्क थोपना है या नहीं। हम बातचीत और मुलाकात करेंगे। मेरे ख्याल से दिलचस्प वाक्या होंगे। देखते हैं, क्या होता है।”

    अमेरिका ने पहले ही 250 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 फीसद शुल्क थोप दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि “वांशिगटन के साथ अधिक व्यापार वार्ता के लिए चीन राजी है लेकिन संभावित मुलाकात के बाबत कोई ऐलान नहीं किया था।”

    बीजिंग और वांशिगटन के बीच मई में खटपट हो गयी थी जब ट्रम्प प्रशासन ने आरोप लगाया कि चीन ने व्यापार बातचीत के दौरान संरचित आर्थिक बदलाव के वादे को तोड़ दिया था। अमेरिका कुछ बदलाव चाहता है, इसमें जबरन टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और अमेरिकी व्यापार रहस्यों को चुराना शामिल है। इसके आलावा वह चीनी कंपनियों को मिली रिआयत को भी खत्म करना चाहते हैं और चीनी बाज़ारो में अमेरिकी कंपनियों के उत्पादों की बेहतर पंहुच चाहते हैं।

    10 मई को ट्रम्प ने 200 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 फीसदी कर वृद्धि की थी और 300 अरब डॉलर के चीनी आयात की तरफ शुल्क बढ़ाने के लिए कदम उठाये थे। इसके प्रतिकार में चीन ने 60 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया था। अमेरिकी सरकार ने चीनी कंपनी हुआवेई टेक्नोलॉजीज को भी काली सूची में डाल दिया था। अमेरिका की कंपनियों को चीनी कंपनी के साथ कारोबार करने की भी मनाही है।

    निवेशकों को चिंता सता रही है कि चीन भी प्रतिकार में अमेरिकी कंपनियों को काली सूची में डाल देगा या अमेरिका को दुर्लभ धातुओं को निर्यात करने पर प्रतिबन्ध लगा देगा। फिच रेटिंग ने सोमवार को कहा कि “ऐसा कोई भी कदम अमेरिका की तकनीकी क्षेत्र को नुकसान पंहुचायेगा।

    रविवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की अध्यक्ष क्रिस्टीन लगार्डे ने कहा कि “जी-20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए मौजूदा कारोबारी तनाव को सुलझाना प्राथमिकता होनी चाहिए।” चीन की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, मई में उनके व्यापार निर्यात में 1.1 फीसद की वृद्धि आयी है लेकिन आयात में कमी आयी है। कुछ विश्लेषकों के मुताबिक, चीनी निर्यातकों ने नए शुल्कों के बचने के कारण अमेरिका में उत्पादों का निर्यात नहीं किया है।

    ट्रम्प की अमेरिका पहले की रणनीति का संरक्षणवाद भी भाग है उन्होंने सोमवार को कहा कि “अगर मेक्सिको की कॉंग्रेस ने प्रवासी विधेयक के अगले भाग की पुष्टि नहीं की तो शुल्क की धमकी को वास्तव में बदल दिया जायेगा।” मेक्सिको की पेसो मुद्रा में डॉलर के खिलाफ 2 फीसदी का उछाल आया था।

    डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी कि अगर मेक्सिको ने ट्रम्प की मांगो पर कार्रवाई नहीं की तो जुलाई से शुल्क को 10 प्रतिशत बढ़ा दिया जायेगा। अगस्त में टैरिफ 15 फीसद होगा, सितम्बर में 20 और अक्टूबर में 25 फीसदी पर पंहुच जायेगा।” प्रवासन की समस्या स्थिर रहने तक अतिरिक्त शुल्क बढ़ने का यह सिलसिला जारी रहेगा लेकिंन जब भी यह दिक्कत समाप्त हो जाएगी शुल्क को हटा दिया जायेगा।

     

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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