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    चीनी राष्ट्रपति टॉयलेट क्रांति

    चीन में साल 2015 में शुरू की गई टॉयलेट क्रांति को बढ़ाने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने देश के नागरिकों से अपील की है। ये अपील चीनी अधिकारियों को टॉयलेट क्रांति निर्देश देने के माध्यम से की गई है।

    चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि जीवन की गुणवत्ता में सुधार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टॉयलेट क्रांति की शुरूआत की गई थी। शी जिनपिंग ने कहा कि ये अभियान केवल विदेशी पर्यटकों को सुविधा पहुंचाने के लिए ही नहीं था अपितु इससे घरेलू आबादी को भी फायदा पहुंचेगा।

    शी जिनपिंग ने अपने नागरिकों से गंदे सार्वजनिक शौचालयों की सफाई में सहयोग बढ़ाने को कहा है। सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय स्थापित करने के अलावा टॉयलेट क्रांति का उद्देश्य सार्वजनिक शौचायलों में स्वच्छता व इसमें सुधार करना है।

    तीन स्टार श्रेणी का टॉयलेट बनाने का लक्ष्य

    चीन ने टॉयलेट क्रांति को साल 2015 में शुरू किया था जिसके तहत चीन के मुख्य पर्यटन स्थलों पर मौजूद सार्वजनिक शौचालयों को तीन स्टार श्रेणी के तहत अपग्रेड किया गया। इसके अलावा बड़ी संख्या में शौचालयों का निर्माण किया गया।

    सोमवार को शी जिनपिंग ने सभी अधिकारियों को पूरे देश में मौजूद टॉयलेट्स को अपग्रेड करने के आदेश दिए है। शी ने इन आदेशों के जरिए कहा है कि शौचालय का मुद्दा कोई छोटी बात नहीं है।

    यह सभ्य शहरों और ग्रामीण इलाकों के निर्माण का एक महत्वपूर्ण पहलू है। टॉयलेट्स क्रांति हमारे देश की पुनरोद्धार रणनीति को आगे बढ़ाने का एक ठोस हिस्सा है और हमे इसके लिए बहुत मेहनत करनी चाहिए।

    ग्रामीण इलाकों पर है ज्यादा फोकस

    चीनी एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में भी शहरी क्षेत्रों की तर्ज पर शौचालयों का निर्माण व अपग्रेड किया जाना चाहिए। चीन में सार्वजनिक बाथरूमों में शौचालय पेपर और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं है।

    राष्ट्रीय पर्यटन प्रशासन के अनुसार इस वर्ष के अंत तक चीन को 70,000 से अधिक शौचालयों को अपग्रेड करने की उम्मीद है। साल 2018 और 2020 के बीच 64,000 शौचालयों का निर्माण या सुधार होने की संभावना है।

    संयुक्त राष्ट्र ने 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस के रूप में घोषित किया है। चीनी सरकार ने इसे चीन टॉयलेट क्रांति दिन भी घोषित करके आगे कदम बढ़ाया।

    गौरतलब है कि भारत में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के निर्माण की मुहिम चलाई थी। जिसके तहत दूर-दराज के ग्रामीण इलाको में भी शौचालयों की स्थापना की गई।