चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण मरने वालों की संख्या 41 हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 1,287 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, आयोग ने कहा कि शुक्रवार से 444 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 237 मरीजों की हालत गंभीर है, जबकि 38 को टीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने 15,197 लोगों की जांच की है, जो संक्रमित व्यक्तियों के निकट संपर्क में आए हैं। लक्षणों को लेकर लगभग 14,000 की निगरानी जारी है।
चीन के बाहर के इस बीमारी के अन्य मामले फ्रांस (दो), ऑस्ट्रेलिया (एक), थाईलैंड (चार में दो ठीक हैं), जापान (एक ठीक सहित दो), दक्षिण कोरिया (दो), अमेरिका (दो), वियतनाम (दो), सिंगापुर (तीन), नेपाल (एक), हांगकांग (पांच), मकाउ (दो) और ताइवान (तीन) में सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अब तक प्रकोप को अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है।
बीमारी से निपटने के लिए चीन में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें हुबेई प्रांत के लगभग एक दर्जन शहरों में परिवहन का पूर्ण निलंबन और चीनी नववर्ष समारोह को रद्द करना भी शामिल है।
बीजिंग में लामा मंदिर और डिटान पार्क में पारंपरिक कार्यक्रमों को वायरस फैलने के जोखिम के कारण रद्द कर दिया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को सूचना दी। जबकि प्रसिद्ध फॉरबिडन सिटी को भी अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है।
हुबेई की राजधानी वुहान, जहां सबसे पहले कोरोनावायरस का मामला सामने आया, वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए गुरुवार से यहां यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। शहर के अधिकारियों ने संक्रमित रोगियों के लिए 1,000 बेड के साथ एक ‘विशेष अस्पताल’ का निर्माण शुरू कर दिया है।
चाइना डेली ने ट्विटर पर कहा, “वुहान में कोरोनावायरस के मरीजों के लिए 1,000 बेड की क्षमता वाले विशेष अस्पताल का निर्माण शुरू हो गया है।”