चीन की वन बेल्ट वन रोड पहल में अब जापान भी वित्त लगाना चाहता है। चीन की बेल्ट एवं सड़क परियोजना को वित्तपोषित करने के लिए जापान आगे आया है। एक तरफ तो जापान दक्षिण चीन सागर पर उसके बढ़ते प्रभाव को लेकर चीन से नाराज है। वहीं दूसरी तरफ जापान,चीन के वन बेल्ट वन रोड पहल के तहत वित्तीय निवेश करके संबंधों को बढ़ाना चाह रहा है।
जापानी सरकार ने चीन के साथ निजी क्षेत्र की साझेदारी को वित्तीय मदद का समर्थन करते हुए चीन के बेल्ट एवं सड़क परियोजना की पहल पर सहयोग करने की योजना बनाई है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों से मिली जानकारी के अनुसार जापान व चीन अब द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की कोशिशों में लगे हुए है। जापान की राजधानी टोक्यो चीन की राजधानी बीजिंग के साथ व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहती है।
गौरतलब है कि चीन वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट के जरिए एशिया को मध्य पूर्व और यूरोप से जोड़ना चाहता है। वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट के तहत सीपीईसी फिलहाल चीन व पाकिस्तान के रास्ते में चल रही है।
चीन बढ़ाना चाहता है दुनिया पर प्रभुत्व
चीन वन बेल्ट वन रोड पहल के तहत विभिन्न देशों के व्यापार मार्गों को जोड़ना चाह रहा है। लेकिन आलोचकों का मानना है कि चीन की यह पहल महज दुनिया में अपना प्रभाव जमाने की कोशिश है। जापान द्वारा चीन में वित्तीय निवेश करने के लिए जापानी व चीनी अधिकारियों के बीच बैठक भी होने वाली है।
मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक जापान पर्यावरण क्षेत्रों, औद्यौगिक आधुनिकीकरण और लॉजिस्टिक गतिविधियों पर चीन को मदद करेगा।
इसके अलावा जापानी व चीनी कंपनियों को आर्थिक सहायता सरकारी समर्थित बैंको की मदद से की जाएगी। जिससे दोनों देशों के बीच में आपसी सहयोग बढ़ सके। चीन की वन बेल्ट वन रोड पहल के तहत ही जापान चीन के साथ वित्तीय निवेश करना चाहता है।
गौरतलब है कि पिछले महीने आयोजित की गई एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान भी जापानी पीएम शिंजो आबे व चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच में मुलाकात हुई थी। इस दौरान दोनों देशों ने संबंधों को नई शुरूआत बताया था।