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    अमेरिका-चीन-और-उत्तर-कोरिया

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण के दौरान उत्तर कोरिया को पूरी तरह से नष्ट करने की बात कही। इसके बाद चीन ने अमेरिका के इस रुख को गलत बताते हुए शान्ति से काम करने की बात कही।

    कल ट्रम्प के भाषण के बाद चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अपने भाषण में कहा कि चीन और रूस मिलकर इस विवाद को शांति से सुलझाना चाहते हैं और इसमें उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की जरूरत है। चीन ने ट्रम्प के भाषण पर तीखी टिपण्णी करते हुए कहा कि परमाणु युद्ध से किसी का भला नहीं होगा।

    इससे पहले ट्रम्प ने उत्तर कोरिया मसले पर चीन को भी घेरा था। ट्रम्प ने कहा था कि ऐसी परिस्थिति में भी कई देश ऐसे हैं तो उत्तर कोरिया के साथ व्यापार कर रहे हैं।

    वांग यी ने कहा कि यह समय समझदारी दिखाने का है। इस मसले को राजनैतिक तरीकों से सुलझाना चाहिए एवं हमें युद्ध में नहीं कूदना चाहिए।

    चीन ने कहा है कि भले ही ज़मीन पर अमेरिकी सेना मजबूत हो, लेकिन अगर युद्ध की परिस्थिति बनती है, तो इससे दोनों पक्षों को काफी नुकसान पहुंचेगा।

    वांग यी के मुताबिक जब संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर प्रतिबद्ध लगाने की बात कही थी, तो रूस और चीन ने इसका समर्थन किया था। लेकिन युद्ध की बात कहना सही नहीं है और चीन और रूस हर हाल में शान्ति बनाये रखने की कोशिश करेंगे।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।