चीन की ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी स्ट्रिप ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा और आवस सुविधा के ऑफर को चीनी सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगो की आपत्ति के बाद हटाया दिया है। चीन अरुणाचल प्रदेश के दक्षिणी तिब्बत का भाग होने का दावा करते हैं। भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा कि राज्य भारत का आंतरिक और एक अभिन्न अंग है।
स्ट्रिप.कॉम इंटरनेशनल लिमिटेड एक चीनी वैश्विक यात्रा सुविधा मुहैया करने वाली कंपनी है। इसमें यात्रा और होटल सुविधाएं भी शामिल है। यह मौजूदा वक्त में चीन की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी है। हाल ही में ‘वी-मीडिया’ ने स्ट्रिप के वेबपेज और फ़ोन एप्लीकेशन के स्क्रीनशॉट का खुलासा किया था जिसमे कथित तौर पर अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का भाग बताने वाली सामग्री थी।
विरोध के बाद स्ट्रिप को अपने मंच से विवादित सामग्री को हटाना पड़ा था। स्ट्रिप पब्लिसिटी विभाग ने बयान में कहा कि रिपोर्ट्स को देखने के बाद कंपनी ने रात में गलत सूचना को हटा दिया है। हालाँकि स्ट्रिप ने अपने बयान में इस बात का जिक्र नहीं किया कि यह सूचना सिनो-भारत सीमा के चित्रण से सम्बंधित थी।
स्ट्रिप ने बयान में कहा कि “वह चीन की राष्ट्रीय सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्पित है और हम दोबारा ऐसी समस्याओं से बचने के लिए व्यापाक स्तर पर जांच करेंगे। बीजिंग की एक वेबसाइट कुनलूंस.सीएन ने स्ट्रिप की पोस्ट के स्क्रीनशॉट को साझा किया था।
साइट पर अरुणाचल प्रदेश टाइप करने के बाद इस क्षेत्र में चीनी और अंग्रेजी में होटलो के परिणाम प्रदर्शित हो रहे थे। हालाँकि भूगौलिक विवरण में यह साइट्स भारतीय क्षेत्र में दिख रही थी।
बीते माह चीनी अधिकारीयों ने तीन लाख वैश्विक नक्शों को नष्ट कर दिया था क्योंकि इसमें ताइवान और अरुणाचल प्रदेश को चीन का भाग नहीं प्रदर्शित किया गया था। दोनों देशों ने सीमा मतभेदों को सुलझाने के लिए 21 चरण की बातचीत कर ली है।