अरुणाचल प्रदेश के आधिकारिक सूचना के मुताबिक चीन की यार्लो त्संग्पू नदी में बांध के कारण अरुणाचल में बाढ़ आ सकती है। चीन त्संग्पू नदी पर आर्टिफीशियल बाँध का निर्माण लैंडस्लाइड से कर रहा है।
सियांग के डिप्टी कलेक्टर बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग ने सूचना दी कि त्संग्पो नदी में लैंडस्लाइड के कारण बाढ़ आ सकती है और संभव है कि सियांग में बाढ़ आएगी।
यारलुंग त्संग्पो नदी अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है इसे यहाँ सियांग कहा जाता है। यह असम में ब्रह्मपुत्र नदी है वही बांग्लादेश में इस नदी को जमुना कहा जाता है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक लैंडस्लाइड के मुद्दे पर चीन की सरकार से बातचीत चल रही है। चीन ने चेतावनी दी थी कि 30 अक्टूबर को संग्पो नदी का पानी का स्तर फिर बढेगा।
केंद्रीय जल परिषद् के अधिकारी रवि रंजन ने बताया कि सोमवार की रात को विदेश मंत्रालय ने त्संग्पो नदी पर लैंडस्लाइड की सूचना दी थी जैसे 15 दिन पहले इस नदी पर लैंड स्लाइड हुई थी। चीन के नदी पर आर्टिफीशियल बांध के कारण असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गयी है।
सियांग जिले के प्रशासन ने नागरिकों को आगाह किया है कि बाढ़ आने पर बचाव के लिए कुछ कार्य कर ले और सियांग नदी पर मछली पकड़ने, नहाने और नौका चालन करने सहित अन्य गतिविधियों के लिए भूल कर भी न जाए। रवि रंजन ने बताया कि घबराने की कोई बात नहीं है, सोमवार को रात में 10 बजे से मंगलवार को सुबह 8 बजे तक पानी का स्तर केवल 1.44 मीटर ही नीचे गया है।
सीडब्लूसी के आंकड़ों के मुताबिक जल का स्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे के डर से गिर रहा है। सर्दियों के कारण नदी में पानी 40 से 50 प्रतिशत तक आएगा।
हाल ही में चीन ने चेतावनी दी थी कि बाँध के निर्माण के कारण सियांग नदी में बाढ़ आने की सम्भावना है और जिसकी सूचना उन्होंने भारतीय विभाग को दे दी है।