काँग्रेस नवसंकल्प चिंतन शिविर: झीलों की नगरी उदयपुर (राजस्थान) में आज शुक्रवार से काँग्रेस पार्टी की “नवसंकल्प चिंतन शिविर” शुरू हुआ जो आगामी दो दिनों यानी 15 मई तक जारी रहेगा। इस शिविर में देश भर से कुल 430 काँग्रेस नेता व पार्टी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है जो आने वाले चुनावों में पार्टी की रणनीति को लेकर चर्चा व देश के हालात पर मंथन करेंगे।
ट्रेन से पहुँचे काँग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी
काँग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व स्टार नेता राहुल गांधी इस नवसंकल्प चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए दिल्ली से ट्रेन से चलकर उदयपुर पहुंचे। राहुल के साथ 40-50 अन्य काँग्रेसी नेता भी इस ट्रेन में सफ़र कर रहे थे।
इस पूरे यात्रा के दौरान जिन छोटे बड़े स्टेशनों पर ट्रेन रुकी, वहाँ पर काँग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का जबरदस्त स्वागत किया। माना जा रहा है कि राहुल गांधी की ट्रेन से सफर करने का फैसले से कार्यकर्ताओं को एक संदेश देने की कोशिश की गई है।
5am.
Station Chittorgarh.Here’s what happened when Shri @RahulGandhi de-boarded the train enroute Udaipur for a short while. pic.twitter.com/hotZ0a1Zlq
— Congress (@INCIndia) May 13, 2022
सोनिया गांधी के भाषण से शुरू हुआ चिंतन शिविर
काँग्रेस के नवसंकल्प चिंतन शिविर की शुरुआत शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे के करीब पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी के भाषण से हुई। अपने उद्घाटन-वक्तव्य में श्रीमती गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
सोनिया गांधी ने कहा, “मोदी और उनके साथियों का मंत्र है- “मैक्सिमम गवर्नेंस, मिनिमम गवर्नमेंट”-जिसका मतलब है देश मे ध्रुवीकरण का माहौल बनाये रखना, लोगों को डर और असुरक्षा की भावना से घेरे रहना, अल्पसंख्यकों के प्रति क्रूरता दिखाना व राजनीतिक विरोधियों को धमकाना।”
[What does Modi govt’s ‘Maximum governance, Minimum government’ really mean?]
It means keeping the country in a state of permanent polarisation. Compelling people to live in a constant state of fear and insecurity.
: Congress President Smt. Sonia Gandhi#NavSankalpShivir pic.twitter.com/bJVwOHsdrv
— Congress (@INCIndia) May 13, 2022
कॉंग्रेस अध्यक्षा ने बीजेपी पर इतिहास को तोड़ने मरोड़ने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आज महात्मा गांधी के हत्यारों का महिमामंडन किया जा रहा है। हमारे नेताओं को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, खासकर जवाहर लाल नेहरू को निशाना बनाया जा रहा है।”
श्रीमती सोनिया गांधी ने अपने दल के लोगों को भी निशाने पर लेटे हुए कई महत्वपूर्ण नसीहतें दी। उन्होंने कहा यह एक असाधारण परिस्थिति है और इसका मुक़ाबला भी असाधारण तरीके से करना होगा।
पार्टी ने हम सबको बहुत कुछ दिया है। अब वक्त है कर्ज उतारने का। हमें अपने निजी महत्वाकांक्षाओं को संगठन हितों के अधीन रखना होगा। मैं आप सब से आग्रह करती हूँ कि शिविर मे अपने विचार खुलकर रखिये लेकिन बाहर बस एक ही संदेश जाना चाहिए – संगठन की मजबूती, दृढनिश्चय और एकता का संदेश।
कई बड़े बदलाव की उम्मीद
देश की सबसे पूरानी राजनीतिक पार्टी काँग्रेस को आज की हालात के मद्देनजर संगठन से लेकर रणनीतिक मोर्चे पर कई बड़े बदलाव की आवश्यकता है। यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस चिंतन शिविर के परिणामस्वरूप काँग्रेस पार्टी की नीतियों व रणनीति में कई अमूलचूल बदलाव हो सकते हैं।
इस नवसंकल्प चिंतन शिविर में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें कई प्रस्ताव तैयार किये गए हैं जिसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि पार्टी एक परिवार से एक ही सदस्य को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव है।
एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह भी है कि किसी व्यक्ति के किसी पद पर रहने की अवधि भी पांच साल फिक्स करने का प्रस्ताव है। साथ ही यह भी प्रस्तावित है कि काँग्रेस के हर स्तर पर 50% पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम रखा जाए।
काँग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी कि पैनल सदस्यों में यह सहमति बनी है कि पार्टी के किसी भी नेता के रिश्तेदार को तब तक टिकट नहीं दिया जाएगा जब तक कम से कम 5 साल तक पार्टी में रहते हुए काम ना किया हो।
कांग्रेस पार्टी का संगठन है, जिसमें नीचे से ऊपर तक के स्तर पर एक बहुत बड़ा बदलाव आप देख सकेंगे।
हम लोगों का यह मानना है कि बदलते समय के साथ जो संगठन का ढांचा कांग्रेस पार्टी का है, वह नहीं बदला है : श्री @ajaymaken pic.twitter.com/0U60dtgTwa
— Congress (@INCIndia) May 13, 2022
उन्होंने यह भी बताया कि एक प्रस्ताव यह है कि अगर कोई व्यक्ति यदि किसी पद पर पांच साल तक काबिज़ रहता है तो उसे वह पद छोड़ना होगा। साथ ही 3 साल का कूलिंग पीरियड होगा।