एक वो भी दौर था जब भारतीय बल्लेबाज़ी कफम को विश्व का सबसे मजबूत बल्लेबाज़ी क्रम कहा जाता था, पर आज नए लड़को ने खेल का चेहरा कुछ इस तरह से बदला है कि सभी दावे, नियम और कयास धरे के धरे रह गए हैं। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि आज भारत की दक्षिण अफ्रीका में पहली सिरीज़ जीत के हीरो भारतीय गेंदबाज़ बने हैं। स्पिनर्स कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी ने विरोधी के 30 विकेट 5 मैचों में मिलकर गिराए हैं। यह उन्ही की बदौलत है कि आज भारतीय गेंदबाज़ी का लोहा पूरी दुनिया मान रही है।
भूतपूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने चहल और यादव की प्रशंसा करते हुए कहा, “उन दोनों का प्रदर्शन लाजवाब रहा है, टर्निंग विकेट के अलावा उन्होंने अच्छे विकेट पर भी विकेट लिए हैं। यदि वे इसी तरह खेलते रहे तो भारत को कहीं पर भी हराना नामुमकिन हो जाएगा!” दक्षिण अफ्रीका की कमज़ोर बल्लेबाज़ी के बारे में गांगुली कहते हैं, “कुलदीप खुद आश्चर्यचकित था जब उसने इक्का दुक्का बल्लेबाजों को ऐसे ही आउट कर दिया।”
इन दोनों के बेहतरीन प्रदर्शन से अब आने वाले विदेशी दौरों में इनके चयन की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं, इस वजह से सीधा दबाव रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा पर पड़ता है। दोनों को ही ज़रूरत है अपने आप को बेहतर साबित करने की, आईपीएल में उनका प्रदर्शन इसलिए काफी मायने रखता है। गांगुली इस बारे में अपनी राय कुछ इस तरह रखते हैं, “चहल और यादव की वर्तमान फॉर्म ने अश्विन पर दबाव बनाया है क्योंकि उन्होंने न सिर्फ खुद को बेहतर बताया है, बल्कि विरोधी की कमर भी तोड़ दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि अश्विन किस प्रकार इस चुनौती का सामना करते हैं।”