भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को देश का सबसे बड़ा अवसरवादी करार दिया। अमित शाह ने कहा कि वह अपनी जरूरतों के हिसाब से रंग बदलते हैं।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के नरसारापोट में पार्टी की रैली को सम्बधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में तेलगू देश्म पार्टी ने भाजपा से हाथ मिलाया था जब देश में मोदी लहर चरम पर थी और राज्य में एक बड़ी ताकत बनकर आई।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगया कि पिछले साल नायडू ने भारतीय जनता पार्टी से हाथ खिंच लिए थे क्योकि उन्हे लगा कि राज्य में भाजपा विरोधी लहर चल रही हैं। उन्होंने ने कहा कि नायडू बिना आधार के आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि भाजपा फिर से केंद्र की सत्ता में आएगी और तब नायडू के लिए गठबंधन के दरवाजें हमेशा के लिए बंद हो जाएगें। यहा सम्भावना जताई जा रही हैं कि नायडू फिर से भाजपा के साथ आ सकते हैं लेकिन अब हमें सारी सम्भावनाए खत्म कर दी हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप की नायडू का राजनीतिक जीवन उदहारणों से भरा हैं जब भी उन्होंने अवसरवादि को प्रदर्शित किया हैं। उन्होंने बताया कि कैसे नायडू ने 1983 में कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर अपने ससुर टी रामाराव की बनाई हुई पार्टी में शामिल हो गए और फिर बाद में सत्ता हासिल करने के लिए उसको समर्थन दिया।
शाह ने यह भी कहा कि नायडू 1999 में भाजपा में शामिल हुए जब वाजपेयी की लहर थी लेकिन बद में 2004 में सत्ता गवाने के बाद उन्होंने गठबंधन खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव के वक्त टीडीपी अध्यक्ष ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया लेकिन इस गठबंधन को करारी हार का समना करना पड़ा। इस के बाद वह कांग्रेस से अलग हो गए और आंध्र प्रदेश में गठबंधन से इंकार करते रहे।
शाह ने नायडू पर पोलावरम परियोजना और नए राज्य अमरावती के विकास में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाए की नायडू इस परियोजना पूरा करने में तत्पर नही हैं। साथ में उन्होंने कहा कि टीडीपी और वाईएसआरसीपी परम्परावादी पार्टियां हैं और भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हैं।