मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय की परीक्षा के प्रश्न-पत्र में क्रांतिकारी को आतंकवादी बताया गया है। इस मामले के सामने आने पर राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने जांच के आदेश दिए हैं। जीवाजी विश्वविद्यालय की एमए के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्न-पत्र में एक प्रश्न पूछा गया -क्रांतिकारी आतंकवादियों के क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए। उग्रवादी और क्रांतिकारी आतंकवादियों में क्या अंतर है।
यह प्रश्न पॉलिटिकल फिलॉसिफी-तृतीय, माडर्न इंडियन पॉलिटिकल थाट प्रश्न-पत्र में पूछा गया था।
जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रश्न-पत्र में क्रांतिकारी को आतंकवादी बताए जाने का मामला सामने आने पर राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। भोपाल में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने क्रांतिकारियों को आतंकवादी लिखे जाने पर जांच के आदेश दिए हैं। पटवारी ने प्रमुख सचिव (उच्च शिक्षा) को तीन दिन में समिति द्वारा जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
प्रश्न पत्र को ट्वीट करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत ने कांग्रेस की राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा है, “एमपी में आज भी क्रांतिकारियों को आतंकवादी समझा जा रहा है। यह बताता है कि कांग्रेस की जडें़ अंग्रेजों से आज भी गहरी जुड़ी हैं।”