ग्रीस की नवनिर्वाचित सरकार ने कहा कि “वह वेनेजुएला के विपक्ष के नेता जुआन गुइडो को देश के अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर मान्यता देता है। हम यूरोपीय संघ की संयुक्त स्थिति के साथ जुड़े हुए हैं।” वेनेजुएला के विपक्षी नेता को 50 से अधिक पश्चिमी राष्ट्रों का समर्थन है।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को ऐलान ने पूर्ववर्ती सरकार की स्थिति को पलट दिया है। ग्रीस की पूर्व सरकार ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन किया था। विपक्ष के मुताबिक मादुरो का दोबारा बीते वर्ष चयन गैर कानूनी है।
ग्रीस के विदेश मंत्रालय ने ऐलान किया कि “उन्होंने लोकतान्त्रिक चयनित राष्ट्रीय संसद के राष्ट्रपति के तौर पर जुआन गुइडो को मान्यता देने का निर्णय लिया है। वह वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति हैं और वह व्हावस्थित तरीके से मुक्त, निष्पक्ष और लोकतान्त्रिक राष्ट्रपति चुनावो का मांग कर रहे हैं।”
देश की कांजेर्वेटीव पार्टी के प्रमुख क्य्रिअकोस मिट्सोताकिस हैं। उन्हें बहुमत से रविवार को आयोजित चुनावो को जीत लिया था। उन्होंने अलेक्सिस त्सिप्रस की लेफ्ट विंग सरकार को शिकस्त दी थी। संसद में विपक्ष के नेता ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। अमेरिका ने तत्काल गुइडो को समर्थन दिया था।
साथ ही सरकार से तत्काल पद त्यागने और नए सिरे से चुनावो का आयोजन करने की मांग की थी। रूस, चीन और तुर्की जैसे देश सत्ताधारी राष्ट्रपति मादुरो का समर्थन कर रहे हैं और इन्होने देश में बाहरी दखलंदाज़ी की आलोचना की है।
नॉर्वे की सरकार ने दोनों पक्षों को मई में ओस्लो में मुलाकात के लिए प्रोत्साहित किया था। दोनों पक्ष बीती मुलाकात में किसी समझौते पर पंहुचने में असमर्थ रहे थे। वेनेजुएला में आर्थिक और राजनीतिक संकट बरक़रार है और इस कारण 40 लाख लोग विदेशों की तरफ भागे हैं।