भारती एयरटेल जल्द ही अपने कुल ग्राहकों में से 50 मिलियन से ज्यादा ग्राहक खो सकता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि हाल ही में एयरटेल ने लाइफटाइम रिचार्ज पैक एवं टॉक टाइम रिचार्ज प्लान हटा दिए हैं। इनके जगह उसने न्यूनतम रिचार्ज पैक जारी किये हैं।
एयरटेल ने क्यों उठाया ये बड़ा कदम:
एयरटेल मुख्यतः ऐसा अपनी प्रति यूजर औसत आय बढाने के लिए कर रहा है। इस साल अक्टूबर में एयरटेल ने प्रीपेड ग्राहकों के लिए आजीवन मुफ्त इनकमिंग कॉल प्लान को बंद करने का फैसला किया क्योंकि बहुत से ग्राहक इसका फायदा उठाकर आउटगोइंग सेवाओं के लिए भुगतान नहीं कर रहे थे। इससे एयरटेल की प्रति ग्राहक आय कम हो रही थी। अब यदि ग्राहकों को आगे भी एयरटेल की सुविधाओं का प्रयोग करना है तो उन्हें न्यूनतम रिचार्ज पैक को सब्सक्राइब करना होगा।
एयरटेल को पता था की बहुत से ग्राहक सिम का प्रयोग नहीं कर रहे हैं जिससे वे आय में कोई योगदान नहीं दे रहे हैं। इस नए कदम से एयरटेल उन ही ग्राहकों को सुविधा देगा जो उन सुविधा के लिए उच्च दाम चुकाने को तैयार हैं। जो सुविधाओं का प्रयोग करता रहना चाहेगा वह अवश्य रिचार्ज करेगा। जो ऐसा नहीं कर पायेंगे उनकी सुविधा बंद कर दी जायेगी।
क्या है न्यूनतम रिचार्ज पैक का मूल्य :
जब एयरटेल को यह अहसास हुआ की अपनी प्रति ग्राहक आय को बढाने के लिए न्यूनतम रिचार्ज प्लान लागू करना ज़रूरी है तब उसने आजीवन इन्कमिंग सेवा बंद करके यह न्यूनतम रिचार्ज प्लान जारी किये हैं। इन प्लान के अंतर्गत आपको एयरटेल की सर्विस चालु रखने के लिए न्यूनतम 35 रूपए शुल्क देना होगा।
एयरटेल के कार्यकारी का बयान :
एयरटेल के एक कार्यकारी ने इस बारे में कहा, “मुझे लगता है कि हम कुछ 50 मिलियन से 70 मिलियन ऐसे ग्राहकों को त्याग सकते हैं जोकि हमारे लिए कोई आय नहीं बना रहे हैं – क्योंकि उनमें से कुछ सिम प्रयोग नहीं कर रहे हैं। हम उनकी सुविधा बंद करके नए ग्राहकों को सुविधा दे सकते हैं। हम व्यर्थ में उनका बोझ क्यों उठायें ?”
एयरटेल को करना होगा इस चुनौती का सामना :
50 मिलियन से अधिक ग्राहकों की सुविधा बंद करके एयरटेल के सामने एक चुनौती कड़ी होगी। उसे यह ध्यान रखना होगा की उसके पास ऐसे नए ग्राहक आये जो मूल्य चुकाने के लिए तैयार हों। एयरटेल को ऐसे ग्राहक नहीं चाहिए जोकि बस फ्री सेवाओं के लिए आये।
प्रति ग्राहक आय अपने व्यवसाय को मापने का एक महत्वपूर्ण ज़रिया है। 2016 में जब बाज़ार में रिलायंस जिओ ने प्रवेश किया तो सभी टेलिकॉम प्रदाताओं की आय तेजी से कम हुई थी। इस साल एयरटेल की औसत आय प्रति ग्राहक की 100 रूपए थी, वहीँ वोडाफोन की 88 रूपए एवं 131 रूपए के साथ जिओ शीर्ष पर था।