जहाँ, पूरा भारत 70 वी स्वतंत्रता दिवस बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है, वही, भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने देशवासियों के सामने एक गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। अभी हाल ही में, गंभीर ने ट्वीट करके एक बेहाल बच्ची की तस्वीर साझी। यह तस्वीर किसी को भी भावुक कर सकती है। तस्वीर पर लिखा यह लेख, ‘हम तेरे लिए कुछ नहीं कर सकते ये दोस्त, हमे अभी और मंदिर और मस्जिद बनाने है’, लोगों को झंझोड़ रहा है।
गंभीर ने साथ में यह भी लिखा कि ’70 साल की स्वतंत्रता के बाद भी मैं इस सवाल का जवाब अपने दोस्त के लिए तलाश रहा हूँ। क्या आपके पास कोई सुझाव है?’
In d 70th year of independence I am still searching for a reply for my young friend. Any suggestions? pic.twitter.com/JzMPPcd9jI
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) August 8, 2017
गौतम गंभीर ऐसे सवाल अक्सर अपने ट्वीट के जरिये उठाते आये है। कुछ समय पहले, गंभीर ने छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों के बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने का प्रस्ताव रखा था। साथ में, गंभीर ने आईपीएल के दौरान ‘मैन ऑफ़ द मैच’ का खिताब जीत कर, कमाई राशि भी इनके नाम कर दी थी।
ऐसा ही कुछ हमारा भारत है, यहाँ मंदिर/ मस्जिद के बाहर बैठे लोग चाहे भूखे ही सो जाये या फिर मर भी जाये, उससे ज़्यादा जरूरत मंदिरों में चढ़ावा चढ़ाना है। अक्सर, लोग यह भूल जाते है कि परमात्मा मंदिर या मस्जिद में नहीं, बल्कि ऐसे लोगों के भीतर बस्ते है। भारत कहने को तो आज़ाद है, पर आज़ादी के 70 साल बाद भी आखिर यह सवाल उठता है कि क्या हम सच में आज़ाद है? क्या हमारे विचार आज़ाद है? क्या हम अपने चार दीवारी के बाहर भी सोचते है ? बहुत सारे सवालों के जवाब, इस भारत का आज़ाद नागरिक आज भी तलाशता है।