भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर के करियर का आखिरी प्रतिस्पर्धि मैच रविवार को खत्म हो गया है, उन्होने अपने फेयरवेल मैच मे अपने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट का 43वां शतक लगाया। दिल्ली की टीम फिरोजशाह कोटला मैदान मे गौतम गंभीर को उनके आखिरी मैच मे जीत नही दिला पायी और उनको आंध्र-प्रदेश के खिलाफ यह मैच ड्रा खेलना पड़ा।
“गंभीर से जब मैच खत्म होने के बाद पूछा गया था कि वह आगे क्या करेंगे, तो उन्होने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं और किसी चीज मे इससे अच्छा हूूं, और अगर मैं अागे कुछ करुंगा तो मैं उसे उसी जनूनू से करुंगा, लेकिन मै यह पर एक बात बताना चाहता हू कि मैं क्रिकेट की गेम को आगे बढ़ाना चाहता हूं और जो युवा खिलाड़ी है और क्रिकेट को लेकर चिंताजनक हैं उनकी मदद करना चाहूंगा, ” अगर मुझे यह काम मिला तो मैं ईमानदारी से अपना काम करुंगा और युवा खिलाड़ियो को आगे लाना चाहूंगा, उन्होने कहा कि अगर मुझे डीडीसीए की तरफ से मौका मिलता है तो मैं डीडीसीए मे क्रिकेट दृष्टिकोण से अच्छा बदलाव लाना चाहूंगा।
जब मीडिया वालो ने गंभीर से पूछा की क्या वह अपनी दूसरी इनिंग मे क्रिकेट प्रशासक की भूमिका निभाना चाहेंगे तो गंभीर ने कहा कि ” मै प्रशासक की भूमिका मे रहने के लिए एक सरल व्यक्ति हू, औऱ मुझे नही लगता की मुझे लोग कही भी स्वीकार करेंगे।”
” गंभीर ने कहा कि मैं फिर से एक्शन मैं आना चाहता हूं, और मुझे पता है कि एक्शन एयर कंडीशन रुम मे कमेंटरी करने से सामने नही आता औऱ मुझे यह भी नही पता कि मैं कोच के रुप मे एक खिलाड़ी के रुप से अच्छा प्रदर्शन कर पाउंगा या नही।”
गंभीर से यह भी पुछा गया की क्या वह आने लोकसभा चुनाव मे खड़े हो सकते है तो उन्होने कहा कि ” गंभीर ने कहा में सामाजिक मुद्दो पर मेरे लिये बोलतो हूं , उन्होने कहा ट्विटर मेरे लिए एक महत्वपूर्ण मंच है जहा से मे सामाजिक मुद्दो को उजागर कर सकता हूं, इस देश का नागरिक होने के नाते मुझे सामाजिक मुद्दे उठाने का अधिकार है, और शायद यही कारण है कि जिससे लोगो को लगता है मैं राजनिति मे शामिल होने जा रहा हूं, यह एक अलग क्षेत्र है।”