शुक्रवार को अरबपति गौतम अदानी ने गुजरात में 55,000 करोड़ के बड़े निवेश की घोषणा की। यह बात उल्लेखनीय है की शनिवार को ही मुकेश अम्बानी द्वारा गुजरात में रिलायंस द्वारा किये जाने वाले निवेश की घोषणा भी हुई थी।
किस क्षेत्र में होगा निवेश :
9वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में अदानी ने बताय की वे इस निवेश से गुजरात में दुनिया के सबसे बड़े सौर पार्क, एक कॉपर उद्योग, एक सीमेंट की इकाई, और एक लिथियम बैटरी विनिर्माण परिसर सहित परियोजनाओं में अगले पांच वर्षों में 55,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी।
गौतम अदानी का बयान :
समिट में अदानी ने संबोधन के दौरान कहा”पिछले पांच वर्षों में हमारा समूह गुजरात में लगभग 50,000 करोड़ का निवेश कर चूका है एवं हम इस निवेश में और तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
सोलर पार्क में निवेश :
अदानी ने बताया की उनके कुल निवेश में से एक हिस्सा सोलर पार्क के निर्माण में जाएगा जोकि दुनिया का सबसे विशाल सोलर पार्क होगा एवं इसमें कुल 30,000 करोड़ की लागत का अनुमान है।
दुसरे क्षेत्र जहाँ होगा निवेश :
सोलर पार्क के अलावा हम मुंद्रा में 1 गीगावाट का डाटा सेंटर खोलने की योजना बना रहे हैं इसके अलावा एक मिलियन टन तांबा गलाने और शोधन परियोजना, लखपत में एक सीमेंट और क्लिंकर निर्माण इकाई, एक एकीकृत लिथियम बैटरी विनिर्माण परिसर और हमारे फोटोवोल्टिक विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करने की पूरी योजना है। इन सभी के लिए गुजरात में हम कुल 55,000 करोड़ का अनुमानित निवेश करेंगे।
मिलेंगे ज्यादा रोजगार के अवसर :
गुजरात में 50,000 करोड़ का निवेश करके विभिन्न इकाइयां एवं प्लांट खोले जायेंगे जिससे अनुमानित लोगों को 50,000 नौकरियां मिलने का अनुमान है। इससे गुजरात के जीवन स्तर में सुधार आएगा।
पेट्रोकेमिकल प्लांट के लिए होगा अतिरिक्त निवेश :
कुछ समय से खबर आ रही थी की अदानी गुजरात में BASF के साथ सयुंक्त उधम में मुंद्र में पेट्रोकेमिकल प्लांट शुरू करने की योजना बना रहे हैं। अदानी ने इसके बारे में भी बताया एवं उन्होंने कहा की इस प्लान के लिए निवेश अलग से किया जाएगा यह गुजरात में हो रहे 50,000 करोड़ निवेश योजना के अंतर्गत नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों को सराहा :
अदानी ने अपने भाषण में प्रधान मंत्री की सराहना की। वे बोले “आपकी कम मुद्रास्फीति दर, राजकोषीय घाटे के सख्त प्रबंधन, स्वतंत्रता (जीएसटी) के बाद सबसे बड़े कर सुधार की शुरुआत, दिवालियापन कोड की स्थापना, और दुनिया भर के प्रमुख देशों के साथ मजबूत रिश्तों के साथ आर्थिक बुनियादी बातों को स्थिर करने की क्षमता ने भारत को निवेश करने के लिए सबसे विशेष देशों में से एक बना दिया है।”
मुकेश अंबानी ने भी की निवेश की घोषणा :
इसी समिट में मुकेश अंबानी भी थे जिन्होंने गुजरात में आगे आने वाले 10 सालों में 3 लाख करोड़ का निवेश किये जाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने गुजरात के दीनदयाल विश्वविद्यालय में भी निवेश करने की बात कही। उन्होने गुजरात को रिलायंस की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि बताया।