गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर अनावश्यक तमाशा करने की कोशिश की और सुप्रीम कोर्ट द्वारा समझौते को लेकर सवाल करने वाली पुनर्विचार याचिका को खारिज करने से साबित हो गया कि आरोपों में कोई दम नहीं था। सावंत ने संवाददाताओं से कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने अब साबित कर दिया है कि आरोपों में कोई दम नहीं था। राहुल गांधी ने अनवाश्यक रूप से अपने खुद के फायदे के लिए इसे मुद्दा बनाया और यहां तमाशा खड़ा किया।”
सावंत ने यह भी कहा, “गोवा व देश भर के लोग जानते हैं कि हमारे तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर कितने साफ-पाक थे। उनके राज्य में और देश में रक्षामंत्री के रूप में ढाई साल के कार्यकाल के दौरान उनके राजनीतिक करियर कोई दाग नहीं है।”
सावंत ने राहुल गांधी के जनवरी में गोवा दौरे व दिवंगत पर्रिकर से ‘शिष्टाचार’ मुलाकात को ‘तमाशा’ बताया।
मुलाकात के तुरंत बाद भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष पर शिष्टाचार मुलाकात का इस्तेमाल राफेल विवाद को आम चुनाव में उठाने को लेकर आरोप लगाए।
पर्रिकर के बड़े बेटे उत्पल पर्रिकर ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की और राहुल गांधी पर अपने बीमार पिता का फायदा उठाकर राजनीति करने का आरोप लगाया।