गोवा विश्वविद्यालय में एक अफगान छात्र की चाकू घोंपकर हत्या किए जाने के बाद अखिल भारतीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने जेएनयू हिंसा के दोहराने का डर जाहिर करते हुए परिसर में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। एक किशोर अफगान छात्र मतीउल्ला अरी पर परिसर में चार लोगों ने चाकू से हमला कर दिया था। पुलिस ने इस संबंध में सोमवार को एक व्यक्ति सतीश नीलकंठे को गिरफ्तार किया था। शेष तीन हमलावर फरार हैं।
गोवा एनएसयूआई अध्यक्ष अहराज मुल्ला ने कहा है कि विवि में पढ़ रहे छात्र परिसर में जेएनयू जैसी स्थिति को लेकर आशंकित हैं। कुछ सप्ताह पहले दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच हिंसा हो गई थी।
मुल्ला ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सोमवार को पत्र लिखा, “यह पत्र गोवा में हाल ही में एक अफगान छात्र पर हुए हमले को आपके संज्ञान में लाने के लिए है। गोवा राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और नियमित तौर पर ऐसे हमले होने के कारण गोवा विवि के छात्रों को बहुत जल्द जेएनयू विवि जैसी स्थिति पैदा होने का डर है।”
गोवा विवि में जेएनयू या जामिया मिलिया इस्लामिया जैसी स्थिति से बचने के लिए राज्य के सभी कॉलेजों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग करते हुए मुल्ला ने कहा, “सरकार का काम राज्य और यहां पढ़ाई करने आने वाले छात्रों की रक्षा करना है, लेकिन यहां छात्र इकाई में डर बैठ गया है। गोवा में अफगान छात्र पर हमले से यहां पढ़ाई करने आने वाले विदेशी छात्रों की सुरक्षा पर सवाल पैदा हो गया है और इससे देश में कानून-व्यवस्था को लेकर दुनियाभर में बहुत गलत संदेश जाएगा।”