गोवा के एक युवक को बेरोजगारी के बारे मंत्री से सवाल करना भारी पड़ गया। राज्य के विधायक व स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे से बेरोजगारी के बारे में पूछने के तुरंत बाद युवक को उत्तर गोवा के वालपोई निर्वाचन क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घटना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तर गोवा लोकसभा उम्मीदवार श्रीपद नाईक के प्रचार अभियान पर चर्चा के लिए आयोजित एक बैठक के दौरान गुरुवार रात हुई।
गांवकर ने राणे से पूछा था कि एक दशक से अधिक समय तक मंत्री का सक्रिय समर्थक होने के बावजूद उन्हें नौकरी क्यों नहीं मिली।
उन्होंने शुक्रवार को मीडिया को बताया, “मैंने उनसे सिर्फ यह पूछा था कि कई सालों से मुझे एक नौकरी देने का वादा किए जाने के बावजूद नौकरी क्यों नहीं दी गई। बैठक में मैं एक नौकरी के मंत्री के वादे के बारे में सवाल उठा रहा था, जो पूरा नहीं हुआ था और बैठक खत्म होते ही मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।”
उन पर निवारक आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत वालपोई पुलिस थाने में अधिकारियों द्वारा मामला दर्ज किया गया और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
राणे ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन मंत्री के करीबी सूत्रों ने कहा, “सवाल उठाने का एक तरीका होता है। दर्शन (गांवकर) खराब व्यवहार कर रहे थे और विपक्ष ने उन्हें सभी को शर्मिदा करने और अराजकता का कारण बनने के लिए उकसाया था। शायद किसी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।”
कांग्रेस ने शुक्रवार को इस घटना की निंदा करते हुए भाजपा पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस प्रवक्ता ट्रेजानो डिमेलो ने कहा, “भाजपा इस तरह से अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और यह उसकी हताशा तक पहुंच गया है। यह तभी हो सकता है, जब मुख्यमंत्री पुलिस का दुरुपयोग करें, जो कि गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस इस कार्रवाई की निंदा करती है।”