भारत के सबसे ज्यादा प्रतिष्ठित पुलिस अधिकारियों में से एक प्रणव नंदा का शुक्रवार रात निधन हो गया। उन्होंने लगभग दो दशक तक भारत के खुफिया तंत्र को तैयार करने और रोज पैदा होने वाली नई चुनौतियों के लिए उसकी क्षमताओं को बढ़ाने में अपना योगदान दिया था। शानदार व्यक्तित्व के धनी नंदा ने सिर्फ पुलिसिंग नहीं, बल्कि अपनी रचनात्मकता गायन, ज्योतिष और सबसे बढ़कर एक सर्वश्रेष्ठ खुफिया अभियान चलाने तक में विस्तार किया।
गोवा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) जसपाल सिंह ने यह जानकारी दी। नंदा (57) राष्ट्रीय राजधानी के आधिकारिक दौरे पर थे। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1988 बैच के अधिकारी और अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और अन्य केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के नंदा ने मार्च में गोवा के डीजीपी का पद संभाला था। उनकी पत्नी सुंदरी नंदा दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं।
डीजीपी की असमय मौत पर सिंह ने कहा, “यह स्तब्ध करने वाला है।”
गोवा में नंदा के जूनियर आईपीएस अधिकारी ने ट्वीट किया, “जब आप किसी अधिकारी से मिलते हैं तो आप उनके अंदर के इंसान से भी मिलते हैं। ऐसे अधिकारी को अपने प्रमुख के रूप में पाकर हम खुश थे, जो हर स्थिति में हमारा समर्थन करते। एक अच्छे अधिकारी और एक आदर्श सज्जन।”
नंदा गृह मंत्रालय की दो महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेने आए थे।
एक अन्य जूनियर ने कहा कि पूरी तरह से पेशेवर नंदा का दृष्टिकोण पुलिसिंग के प्रति बिल्कुल अलग था। वह हर काम के लिए काफी सतर्क रहते थे और बिल्कुल परेशान नहीं होते थे।
साल 2001 में दिल्ली पुलिस में डीजीपी के तौर पर काम करने के बाद वह इंटेलीजेंस ब्यूरो में नियुक्त हो गए और उसमें लगभग 20 सालों तक काम किया। इस साल मार्च में वह गोवा के डीजीपी नियुक्त हो गए।
नंदा ने अफगानिस्तान के काबुल में भारतीय दूतावास में भी काम किया। वहां उनका काम भारत सरकार द्वारा भेजे गए भारतीयों को उपयुक्त सुरक्षा मुहैया कराना था।
तीस नवंबर, 2008 को काबुल में जर्मन दूतावास के निकट जब एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोटक से उड़ा दिया था, तो भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम उन्होंने किया था।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
सावंत ने ट्वीट किया, “गोवा के डीजीपी प्रणब नंदा (आईपीएस) के असमय निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। दुख की इस घड़ी में ईश्वर उन्हें शक्ति प्रदान करें।”