पणजी, 12 जून (आईएएनएस)| गोवा के 10 कांग्रेसी विधायक पार्टी के विधायक दल का भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में विलय चाहते थे, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस पहल को नामंजूर कर दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने बुधवार को यह जानकारी दी।
तेंदुलकर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस विधायकों को पाला बदलने के लिए 40-60 करोड़ रुपये की पेशकश की गई।
तेंदुलकर ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में कहा, “हम अपनी तरफ से किसी भी पार्टी को अस्थिर नहीं करना चाहते हैं। सरकार चलाने के लिए 23 विधायक काफी हैं। इससे पहले 10 कांग्रेसी विधायक भाजपा में शामिल होने के लिए आए थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने योजना खारिज कर दी थी। हमने स्पष्ट रूप से ना कहा है।”
तेंदुलकर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने का राष्ट्रव्यापी ट्रेंड चल रहा है, क्योंकि वे मानते हैं कि ‘भाजपा अगले 25 वर्षो तक सत्ता में रहने वाली है।’
इससे कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता चोडनकर ने भाजपा पर पैसे या फिर मंत्री पद का लालच देकर उनके पार्टी विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था।
तेंदुलकर ने हालांकि चोडनकर के आरोप को आधारहीन बताया।
तेंदुलकर ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं। भाजपा के अधिकारी या विधायक ने पार्टी में प्रवेश को लेकर किसी विधायक से बात नहीं की है और न ही कोई चर्चा चल रही है।”
उन्होंने कहा कि दो कांग्रेसी विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते गत वर्ष पार्टी में शामिल हुए थे। भाजपा और दोनों नेताओं के बीच कोई वित्तीय लेन-देन नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा, “वे(गिरीश) जो 40-60 करोड़ रुपये के आंकड़े और मंत्री पद देने की बात कह रहे हैं, कांग्रेस को इसकी आदत होगी, भाजपा को नहीं है।”