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    नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)| विश्व स्तर पर 200 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा इंटरनेट ब्राउसिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गूगल क्रोम (google chrome) को ‘ब्रेव’ ब्राउजर से कुछ गंभीर प्रतिस्पर्धा मिली है।

    ब्रेव ब्राउजर स्वचालित रूप से थर्ड पार्टी विज्ञापन और कुकीज को ब्लॉक करता है और यहां तक कि विज्ञापन देखने और उस पर क्लिक करके सुरक्षित तरीके से वहां जाने के लिए यूजर्स को भुगतान की भी पेशकश करता है।

    नए ब्राउजर ‘ब्रेव’ ने नए विज्ञापन मॉडल का पूर्वावलोकन करना शुरू कर दिया है, जो यूजर्स को लोड और विज्ञापनों को देखने के लिए अर्जित राजस्व का 70 प्रतिशत प्रदान करने का वादा करता है।

    बचा हुआ 30 प्रतिशत ब्राउजर को डेवलप करने वालों को प्राप्त होता है।

    भाग लेने वाले यूजर्स इस वर्ष लगभग 60 से 70 डॉलर कमा पाएंगे और संभवत: 2020 में वे 224 डॉलर के आसपास कमा सकेंगे।

    हाल के ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने कहा, “ब्रेव विज्ञापनों के साथ हम ऑनलाइन विज्ञापनों को रिफॉर्म कर रहे हैं, जो आक्रामक और अनुपयोगी हो गया है।”

    फायरफॉक्स के सह-संस्थापक और जावास्क्रिप्ट निर्माता ब्रेंडन ईच (जिन्होंने ब्राउजर बनाया) के अनुसार, “ब्रेव के विज्ञापन उन बिचौलियों को हटाते हैं, जो यूजर्स डेटा का शोषण करते हैं और निगरानी पर पनपते हैं। हम इसके बजाय एक सहमति-आधारित प्रणाली की पेशकश करते हैं।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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