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    विषय-सूचि

    एमपी फुल फॉर्म (amp full form in hindi)

    अगर आपकी वेबसाइट धीरे लोड होती है तो आप को AMP के बारे में जरूर जानना चाहिए। AMP एक शार्ट फॉर्म है जिसका फुल फॉर्म अक्सेलरेटेड मोबाइल पेजेस (ACCELERATED MOBILE PAGES) होता है।

    एमपी क्या है? (what is amp in hindi)

    सबसे पहले ये जान लीजिये की हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार हर 4 इंसानो में से 3 के पास मोबाइल फ़ोन है। इसी के साथ लगभग हर दूसरा इंसान इंटरनेट का प्रयोग करता है। दुनिया तेज़ी से विकसित हो रही है , और ऐसे में मोबाइल फ़ोन भी काफी एडवांस हो रहे हैं।

    मोबाइल फ़ोन आज सब कुछ कर पाने में सक्षम है इसलिए लोग सब कुछ अब मोबाइल से ही सर्च करते हैं। अब अगर आप की वेबसाइट बहुत धीरे खुलेगी तो यूजर आप की वेबसाइट से किसी और वेबसाइट में चला जायेगा। इसी का समाधान के लिए AMP होता है। दरअसल, AMP एक ओपन सोर्स फ्रेम वर्क होता है जिसकी वजह से कोई भी पेज को मोबाइल फ्रेंडली किया जा सकता है।

    AMP में HTML, JAVA SCRIPT  और CACHE LIBRARIES होती है जिसकी मदद से वेबसाइट को ज्यादा यूजर स्पेसिफिक बनती है। इसी की मदद से आप की कंटेंट से भरी हुई वेबसाइट मोबाइल में बहुत जल्दी लोड हो जाती है।

    AMP काम कैसे करता है? (amp working in hindi)

    गूगल AMP आपकी साइट को ऑप्टिमाइज़ करता है जिससे वो मोबाइल फ्रेंडली हो सके। दरअसल अगर कोई यूजर AMP को इनेबल करता है तो सिर्फ महत्वपूर्ण कंटेंट ही साइट में दिखाया जायेगा। इसका मतलब है जरुरी कंटेंट को प्राथमिक्ता दी जाएगी और धीरे लोड होने वाली चीज़ें लोड नहीं होंगी।

    आसान भाषा में AMP इनेबल करने से आपकी वेबसाइट का कंटेंट गूगल AMP कैचे में स्टोर हो जाता है। जब भी कोई इसको मोबाइल से खोलता है तब ये स्टोर डाटा को उपलब्ध करा देता है जिससे वेबसाइट जल्दी लोड हो जाती है।

    SEO पर क्या फ़र्क़ पड़ता है? (amp for seo in hindi)

    अक्सर लोग इस में कंफ्यूज रहते है की SEO पर AMP का क्या फ़र्क़ पड़ता है। इसलिए आप को बता दे की AMP वो फैक्टर नहीं है जो आपकी SEO को प्रभावित करे।

    तो इससे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग में कुछ खास फ़र्क़ नहीं पड़ेगा, लेकिन अगर आपका वेबपेज मोबाइल फ्रेंडली होगा तो ज्यादा विजिटर आपकी वेबसाइट पर आने की संभावना बढ़ जाती है।

    वर्डप्रेस पर AMP सेटअप कैसे करें? (how to setup amp on wordpress in hindi)

    1. सबसे पहले वर्डप्रेस में AMP प्लग इन इंस्टाल करके एक्टिवटे करना होता है। AMP प्लग इन इंस्टाल करने के लिए प्लगइन में जाकर ऐड न्यू पर क्लिक करे। वहां सर्च बार मे AMP सर्च कर प्लग इन इंस्टॉल कर के एक्टिवेट  कर लें।
    2. AMP प्लग इन इनस्टॉल और एक्टिव करने के बाद ऍपेरेन्स पर क्लिक कर के AMP की सेटिंग को खोल लें।
    3. सेटिंग ओपन होने के बाद आप यहाँ ये तय कर सकते हैं की आपका मोबाइल पेज किस तरह दिखना चाहिए।
    4. सब AMP सेटिंग करने के बाद आखिर  में “सेव और पब्लिश” बटन को दबाएं।

    AMP के फ़ायदे (benefits of amp in hindi)

    1. वेबसाइट जल्दी खुलती है– AMP  का सबसे बड़ा फयदा यही है की ये आपकी वेबसाइट को जल्दी खोलने में सहयता करता है। ये बेकार के एक्सटेशन और प्लग इन को लोड करने से बचता है।
    2. मोबाइल रैंकिंग बढ़ती है – इसका सीधे रूप से वेबसाइट की रैंकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता मागर अप्रत्यक्ष रूप से पड़ता है। अगर आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली होगी तो ज्यादा ट्रैफिक आने की संभावना होगी। इससे मोबाइल रैंकिंग बढ़ जाती है।
    3. जानकारी वाली वेबसाइट के लिए सर्वोत्तम– वो वेबसाइट जिनका काम जानकारी देना होता है उनमे ज्यादा तस्वीरें और वीडियोस नहीं होते हैं। ऐसे में AMP इन वेबसाइट के लिए वरदान साबित होता है। ये वेबसाइट बहुत जल्दी लोड हो जाती हैं।
    4. सर्वर परफॉरमेंस बढ़ती है– सर्वर के ऊपर पड़ने वाला लोड ख़त्म हो जाता है जब वेबसाइट जल्दी खुल जाती हैं। ऐसे में आपकी वेबसाइट बहुत ही स्मूथ परफॉरमेंस देगी।
    5. सर्फिंग में मदद– बहुत से लोग जल्दी से वेबपेज खोलना चाहते हैं, ऐसे में AMP के इस्तेमाल से आप अपनी वेबसाइट के खुलने की स्पीड बढ़ा सकते हैं। हाल ही में प्रकाशित हुए एक सर्वे में ये बात पता चली है की अगर वेबसाइट खुलने में 5 -6  सेकंड से ज्यादा लगाती हैं तो यूजर दूसरी वेबसाइट में चले जाते हैं।

    AMP के नुकसान (disadvantage of amp in hindi)

    1. नकारत्मक प्रभाव– वेबसाइट की सारी कैचे मेमोरी वेबसाइट को स्टोर करने में खत्म हो जाती है। इससे वेबसाइट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
    2. एनालिटिक्स पर ख़राब प्रभाव– AMP का इस्तेमाल करते समय आपको अलग-अलग टैग्स का इस्तेमाल करना होता है। जिसे इम्प्लीमेंट करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। और इससे वेबसाइट यूसेज का एनालिटिक्स में प्रभाव पड़ता है। ये एनालिटिक्स पर बुरा प्रभाव डालती है। अगर आपके पास सही एनालिटिक्स नहीं होगा तो आप अपनी परफॉरमेंस को ठीक तरीके से जाँच नहीं पाएंगे।
    3. एड्स रेवेन्यू कम हो जाता है – अगर आपकी वेबसाइट AMP इनेबल होगी तो एड्स कम दिखाया जायेगा। इससे काफी ज्यादा रेवेन्यू का नुक्सान हो जाता है।
    4. शॉपिंग वेबसाइट के लिए नहीं– शॉपिंग वेबसाइट को अपने प्रोडक्ट को दिखाना होता है। जिसके लिए AMP ठीक नहीं होता है। अगर AMP  का इस्तेमाल किया जाये तो प्रोडक्ट की तस्वीरें काम क्वालिटी में लोड होंगी। शॉपिंग वेबसाइट के ग्राहक प्रोडक्ट को ध्यान से देखना चाहते हैं , जिसके लिए AMP  कारगर नहीं।
    5. रैंकिंग पर प्रभाव नहीं– AMP का रैंकिंग से सीधे तौर पर कोई लेना देना नहीं है। तो इतनी मेहनत करने के बावजूद आपकी रैंकिंग पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। ये ब्लॉगर्स के लिए एक और मेहनत का काम है जिससे उनकी वेबसाइट की रैंकिंग पर प्रभाव नहीं डालेगा।

    आशा है आपको AMP के बारे में सारी जानकारी मिल गयी होगी।

    अगर आपके पास हमारे लिए कोई सुझाव या सवाल है तो आप नीचे हमें कमेंट कर सकते हैं।

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