ईवीएम का मुद्दा आज कल हर चुनाव में ख़ास हो गया है। गुजरात चुनाव में भी ईवीएम का मुद्दा महत्वपूर्ण हो गया है। राजनेता इस मशीन में तमाम गड़बड़ियों की शिकायत कर रहे है। हालंकि चुनाव आयोग यह बात कई बार कह चुकी है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित मशीन है। जिसमे छेड़छाड़ करना पूरी तरह से असंभव है लेकिन उसके बावजूद भी हारने वाली पार्टी इन बातों को मानने के लिए बिलकुल तैयार नहीं है।
गुजरात विधानसभा चुनाव में इस समय बीजेपी का प्रदर्शन शानदार चल रहा है। हिमाचल में भी पार्टी गजब का प्रदर्शन कर रही है। इन सबके बीच विपक्ष ने ईवीएम राग गाना शुरू कर दिया है। हार्दिक पटेल तो इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से सीधे टक्कर लेने की मूड में दिख रहे है। अपने कई ट्वीट से हार्दिक ने ईवीएम पर संदेह जताया है।
हार्दिक के ट्वीट के बाद इस मुद्दे को विपक्ष ने भी उठाना शुरू कर दिया है। विवाद को गर्माते देख केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस समेत पुरे विपक्ष को करारा जवाब दिया है। उन्होंने अपने ही अंदाज में विपक्ष से पूछा है कि जब पंजाब चुनाव के फैसले आए तब ईवीएम क्यों नहीं खराब थी?, क्या इसलिए क्यूंकि उसमे आपकी जीत हो रही थी?
कांग्रेस का मुँह बंद करवाते हुए उन्होंने तमाम राजनेताओं से सवाल किया है कि यूपीए की 10 साल की सत्ता में क्यों कभी ईवीएम का मुद्दा नहीं गरमाया? कभी किसी ने क्यों इस मशीन को लेकर सवाल खड़ा नहीं किया? उन्होंने विपक्ष से पूछा कि जब कांग्रेस की सरकार का चुनाव ईवीएम मशीन के जरिए हुआ था तो उस वक्त पार्टी ने ईवीएम पर आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई थी?
पासवान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी को पता लग चुका है कि इस चुनाव में उनकी हार तय है। इसलिए वो ऐसे तरीकों का सहारा ले रही है।