Sat. Jan 11th, 2025
    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधीक्या राहुल गाँधी की सियासी राह आसान बनाएँगे गुजरात चुनाव परिणाम?

    राहुल गांधी कांग्रेस के लिए कोई न कोई विवाद खड़ा कर ही देते है। बीजेपी के कई नेता भी राहुल पर चुटकी लेते हुए यह कहने से नहीं चूकते कि राहुल बीजेपी के लिए फायदेमंद है। अक्सर राहुल के मुँह खोलते ही कोई ना कोई विवाद ऐसा हो ही जाता है जिससे पुरे विपक्ष को कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधने का सुनहरा मौका मिल जाता है।

    राहुल जिस तरह से गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार प्रसार कर रहे थे, उससे लगने लगा था कि इस बार वो कोई गलती नहीं करेंगे। लेकिन हुआ वहीं जिसका इन्तजार बीजेपी कब से कर रहीं थी। इस चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए राहुल ने झूठ का सहारा लिया, झूठ भी ऐसा जो पल भर में पकड़ में आ गया।

    राहुल ने बेरोजगारी के मुद्दे पर जो बयान बीजेपी के खिलाफ दिया, वो उन्हीं पर भारी पड़ गया। गौरतलब है कि राहुल ने अपने दो अलग अलग बयानों में बेरोजगारों के आंकड़े विभिन्न बताए। राहुल ने पोरबंदर में कहा कि गुजरात में 50 लाख युवा बेरोजगार है, जबकि अहमदाबाद में दिए एक बयान में उन्होने कहा कि गुजरात में कहा कि गुजरात में 30 लाख युवा बेरोजगार है।

    राहुल का झूठ तब पकड़ में आ गया, जब किसी ने उनके दोनों ही बयानों को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो के वायरल होते ही मोके की फिराक में बैठी बीजेपी को कांग्रेस पर राजनीतिक हमला करने का मौका मिल गया।

    वीडियो पर बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने संज्ञान लिया तथा शेयर करते हुए लिखा कि, ”राहुल गांधी ने कुछ ही घंटों में सूबे में बेरोजगारी का आंकड़ा 20 लाख घटा दिया, वो कई मुद्दों पर झूठ बोल रहे हैं।” उन्होने कहा कि ”चुनाव में फायदे के लिए राहुल बेरोजगारी का गलत आंकड़ा पेश कर रहे है।”