गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयान के चलते काफी चर्चा में रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ‘नीच’ शब्द का प्रयोग करने की वजह से उन्हें पार्टी से निलंबित भी किया गया था। शुक्रवार को जब उनसे गुजरात चुनाव नतीजों पर सवाल दागा गया, तो अय्यर ने चुप्पी साध ली। ऐसा नहीं कि अय्यर ने ऐसे शब्द का प्रयोग पहली बार किया है।
कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान मणिशंकर से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने चुप्पी साधते हुए अखबार पढ़ते रहे। बता दे कि अपने बयान पर उन्होंने माफ़ी भी मांगी थी लेकिन उन्होंने यह भी कहा था कि हिंदी कमजोर होने के कारण जो शब्द बोलना चाहिए था वह नहीं बोल पाए और कुछ और निकल गया। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनके इस बयान के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
राहुल गाँधी ने अय्यर के बयान को अपने रैली के दौरान जिक्र करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेताओ को प्रधानमंत्री के सन्दर्भ में ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। बता दे कि अय्यर के बयान के बाद गुजरात चुनाव में दोनों पार्टियों ने इसका जमकर इस्तमाल किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अय्यर के इस बयान के बाद जमकर हमला बोला था।
पार्टी से निलंबन के बाद अय्यर ने एक चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि राहुल गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस गुजरात में अच्छी जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ नहीं होता है तो कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हूँ। गुजरात चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी माना था कि मणिशंकर अय्यर के बयान का असर पड़ा था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम् वीरप्पा मोइली ने इशारो इशारो में कहा कि मणिशंकर अय्यर और कपिल सिब्बल के विवादस्पद बयान के कारण गुजरात में राहुल गाँधी के केम्पेन को नुकसान पहुंचा है।
आपको बता दे कि 182 सीट वाले गुजरात विधानसभा में बीजेपी 6 बार के चुनाव में पहली बार 100 से कम सीटें लायी है। जबकि कांग्रेस के खाते में 80 सीटें ही आ सकी। वही एनसीपी एक और निर्दलीय से 2 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। अय्यर के एक बयान से पार्टी को काफी नुक्सान हुआ है।