दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के गार्गी कॉलेज (Gargi College) में वार्षिक उत्सव रेवेरी में छात्राओं के साथ सामूहिक छेड़छाड़ के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दस लोगों को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से फोन पर कहा, “गिरफ्तार लोगों को हौज खास के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।”
गिरफ्तार लोगों के विवरण के बारे में पूछने पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम व्यक्तियों की पहचान का खुलासा नहीं कर सकते क्योंकि इससे जांच में बाधा हो सकती है, जो कि अभी शुरुआती चरण में है।”
दिल्ली पुलिस ने डीयू के गार्गी कॉलेज में हुई कथित छेड़छाड़ की घटना को लेकर बुधवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया। यह घटना गार्गी कॉलेज के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव रेवेरी 2020 के तीसरे दिन हुई थी।
सभी गिरफ्तार किए गए लोग 18 से 25 की उम्र समूह के हैं और दिल्ली-एनसीआर के सार्वजनिक व निजी विश्वविद्यालयों के छात्र हैं।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की स्कैनिंग के दौरान पता चला कि आरोपी व्यक्ति जबरन कॉलेज में घुसे और उन्होंने कॉलेज के एक गेट को भी तोड़ दिया।
मीडिया को दिए बयान में पुलिस ने आगे कहा, “लगभग 11 टीमें मामले के सभी पहलुओं पर काम कर रही हैं। ये टीमें उपलब्ध तकनीकी विवरणों पर गौर कर रही हैं और संदिग्धों की पहचान और मामले की जांच के संबंध में एनसीआर के विभिन्न जगहों पर जा रही हैं।”
दक्षिण दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने एक बयान में कहा, “कई लोगों से पूछताछ हो रही है और कई संदिग्ध चिह्नित हुए हैं।”
एक छात्रा ने कहा कि तीन दिवसीय वार्षिक कॉलेज उत्सव की शुरुआत चार फरवरी को हुई और छह फरवरी को मध्यम आयु वर्ग के 100 से अधिक लोगों ने कॉलेज का गेट तोड़ दिया और उत्सव की जगह पर चले आए। वे छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने लगे। संयोग से मेरे साथ कुछ नहीं हुआ, लेकिन मेरी दोस्तों ने मुझसे कहा कि उन लोगों ने उनके साथ छेड़छाड़ की और इससे ज्यादा किया गया।”