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    लखनऊ, 12 जून (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में 2012 और 2016 के बीच अवैध बालू खनन मामले में सीबीआई ने बुधवार को 22 ठिकानों पर छापे मारे जिसमें राज्य के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का आवास भी शामिल है।

    सीबीआई ने इस साल जनवरी में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर मामले की जांच शुरू की थी।

    केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “सीबीआई की कई टीमों ने आज (बुधवार) सुबह उत्तर प्रदेश में 22 जगहों पर तलाशी शुरू की। सीबीआई की टीम ने अमेठी में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रजापति के तीन आवासीय परिसरों पर भी छापा मारा।”

    एजेंसी ने दो जनवरी को 11 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

    एजेंसी ने हमीरपुर की पूर्व जिलाधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा और उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा को आरोपियों में नामित किया है।

    इसके अलावा खनन विभाग के पूर्व क्लर्क राम आश्रय प्रजापति और राम अवतार सिंह, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय दीक्षित और उनके पिता सत्यदेव दीक्षित को भी आरोपी बनाया है।

    पांच जनवरी को, सीबीआई ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें चंद्रकला के आवास के साथ-साथ सपा और बहुजन समाज पार्टी के एक-एक नेता का आवास भी शामिल था।

    पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 2012 से 2013 तक राज्य में खनन विभाग का प्रभार संभाला था। बाद में प्रजापति ने खनन मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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