कोंकणा सेन शर्मा की अगली फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ औरतों और उनकी ज़िन्दगी से परी उनकी कल्पनाओं पर आधारित है। फिल्म के ट्रेलर को लोगों ने काफी सराहा है।
फिल्म के एक दृश्ये में कोंकणा सेन शर्मा एक मेडिकल स्टोर पर बड़े शर्माती हुए कंडोम मांगती नज़र आती है।
इसपे कोंकणा ने कहा कि ‘न केवल कंडोम लेने पर, बल्कि लोग सेनेटरी पैड्स लेने में भी झिझकते है। ऐसी चीज़ो को फिल्म में दर्शाकर, हमने बहुत सही किया है।’
कोंकणा ने यह भी कहा कि शहरों की हालत गांवों से काफी बेहतर है। गांव की औरतों को गर्भनिरोधक इतनी आसानी से नहीं उपलब्ध होती, ऐसे में लोगों को मुफ्त में इनका वितरण करना चाहिए।
इस फिल्म की कहानी भोपाल शहर में रहने वाली चार औरतों, ऊषा, शिरीन , लीला और रिहाना के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म में ऊषा का किरदार रत्ना पाठक शाह , वही शिरीन का कोंकणा सेन, लीला का अहाना कुमरा और रिहाना का प्लाबिता बोरठाकुर निभा रही है।
ऊषा को हर कोई ‘बुआ जी’ सम्बोधित करता है, जिसकी दिलचस्पी रोमांटिक उपन्यासों की ओर थोड़ी ज़्यादा है, शिरीन एक सेल्स वुमन होती है, ओर उनके पति, सुशांत सिंहको शिरीन के इस काम की कोई जानकारी नहीं होती, और वही लीला को जिससे प्यार होता है उससे उनकी शादी नहीं हो पाती ओर रिहाना, अपने परिवाहिक प्रतिबंधो के चलते अपने पिता का सिलाई कड़ाई में मदद करती है।
इन चारों महिलाओं को दुनिया से छुपा कर अपनी वास्तविक ज़िन्दगी जीनी पड़ती है। अंत में फिल्म की कहानी इस दोराहे पर आ जाती है कि दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती है।
यह फिल्म कल यानी 21 जुलाई, 2017 सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
उम्मीद करते है फिल्म का सन्देश आप लोगों तक बखूबी पहुंच पाए।