हाल ही संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेहरू-गांधी परिवार को लेकर टिप्पणी की थी जिसके संदर्भ में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अब मोदी सरकार पर हमला बोला। शरद ने बुधवार को कहा कि उच्च पद वाले किसी व्यक्ति को इस तरह के व्यक्तिगत हमले नहीं करने चाहिए। पवार ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे के सवाल पर कहा कि नेहरू-गांधी परिवार पर व्यक्तिगत हमलों का तरीका मेरी नैतिक पुस्तकों में फिट नहीं है।
जगतिक मराठी अकादमी और बीवीजी समूह द्वारा आयोजित एक समारोह में ठाकरे ने शरद पवार के साथ खुला साक्षात्कर किया। पवार ने कहा कि यह कहना गलत है कि राष्ट्र निर्माण में जवाहरलाल नेहरू का कोई योगदान नहीं है।
पवार ने कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रत्येक व्यक्ति के सम्मान जनक माने जाते है लेकिन अब पहले जैसे मूल्य आज के राजनेताओं मे देखने को नहीं मिल रहे है। हालांकि पवार ने अपने संबोधन में मोदी का प्रत्यक्ष रूप से नाम नहीं लिया। जब ठाकरे ने कहा कि हर कोई जानता है कि वह मोदी के बारे में बात कर रहे थे तो पवार इस पर हंस रहे थे।
ठाकरे के एक सवाल का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी गुजरात राज्य को अधिक बढ़ावा दे रहे है। पवार के मुताबिक उन्हें महसूस होता है कि मोदी वास्तव में ऐसा कर रहे है।
मराठा नेता ने कहा कि गुजरात जैसे राज्य पर शासन करना आसान है, लेकिन संपूर्ण देश का शासन एक बहुत ही अलग प्रस्ताव था। पवार ने कहा कि मोदी सरकार को सुचारू रूप से चलाने के लिए टीम के प्रयासों में कमी है। मोदी सरकार के मंत्रियों को खुद के निर्णय लेने के लिए स्वतंत्रता नहीं दी जा रही है और हर निर्णय के लिए प्रधानमंत्री की सहमति लेनी पड़ रही है।
शरद पवार व नरेन्द्र मोदी की निकटता पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि मोदी ने मेरा हाथ पकडकर राजनीति में प्रवेश किया था। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मेरे साथ अच्छे संबंध विकसित किए और उन्होंने गुजरात की प्रस्तावों पर यूपीए सरकार की मंजूरी पाने के लिए मेरी मदद मांगी। हालांकि मैंने मोदी को राजनीति में निर्देशित नहीं किया।