यह तो हम अच्छे से जानते है की साक्षरता दर के लिहाज़ से देखा जाए तो केरल भारत का सबसे पड़ा-लिखा राज्य है। लगभग 93.91 प्रतिशत के साथ केरल पहले स्थान पर है।
इसी के परिणाम स्वरुप पब्लिक अफेयर सेंटर द्वारा जारी किए गए पब्लिक अफेयर इंडेक्स 2018 के अनुसार, पिनरई विजयन शासित केरल सबसे अच्छी सरकार चलाने वाला राज्य है। इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है।
यह इंडेक्स राज्यों में गवर्नेंस पर्फोर्मेंस पर आंकड़े रिलीज करता है। यह राज्यों को सामाजिक और आर्थिक विकास के आधार पर रैंकिंग देता है। इसी के साथ इस इंडेक्स में केरल ने लगातार तीसरी बार पहला पायदान पाया।
केरल के अलावा तमिल नाडु इस श्रेणी में दूसरे पायदान पर है। उसके बाद तेलंगाना, कर्नाटक और गुजरात का स्थान तीसरे, चौथे और पांचवे नंबर पर आता है।
अच्छी गवर्नेंस के लिहाज़ से देखा जाए तो मध्य प्रदेश एवं बिहार को इस श्रेणी में निचले स्तर पर रखा गया है। जिस संस्था द्वारा ये आंकड़े प्रदान किए जाते है उसका गठन अर्थशास्त्री और स्कोलर सैम्यूल पॉल ने किया था। यह संस्था देश में बढ़िया शासन को बढ़ावा देती है।
कम आबादी वाले शहरों के लिए भी एक अलग श्रेणी है। जिसमे हिमाचल प्रदेश को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अलावा गोवा, मिजोरम, सिक्किम और त्रिपुरा का स्थान आता है।
नागालैंड, मणिपुर और मेघालय इस इंडेक्स में सबसे नीचे हैं। इसका एक कारण यहाँ सामाजिक असमानता एवं साक्षरता दर में कमी है जिससे बिहार नागालैंड, मेघालय में सुशासन की कमी साफ़ झलकती है।
जैसा की हम सब जानते है अगले साल देश में लोक सभा चुनाव है। उसके हिसाब से देखा जाए तो ये आंकड़े सरकार को एक ज़रिया दे देते है अपना चुनावी घोषणापत्र एवं अपनी पार्टी के कार्य का गुणगान करने के लिए। अब तमाम चुनावी दल इसको आने वाले चुनाव में ज़रूर भुनाएंगे।