भारत ने आगामी वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में शरीक होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को आमंत्रित किया था, लेकिन व्यस्त होने के कारण उन्होंने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक भारत ने मुख्य अतिथि किसी अफ्रीकी नेता को बनाने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार शायद वह दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सायरिल रामाफोसा हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस खबर का ऐलान शायद ट्विटर पर खुद करेंगे।
सूत्र ने बताया कि भारत ने चार नेताओं की फेहरिश्त तैयार की है और इस पर कार्य अग्रसर है। हाल ही में व्हाइट हाउस ने डोनाल्ड ट्रम्प के गणतंत्र दिवस के समारोह में शरीक नहीं हो पाने का ऐलान किया था। हालांकि सूत्र के मुताबिक अमेरिकी नेता को अधिकारिक आमंत्रण नहीं भेजा गया था।
उन्होंने बताया की मुख्य अतिथि वैश्विक स्तर का नेता और भारत का महत्वपूर्ण साझेदार होगा। दूसरे सूत्र ने बताया कि अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका से अभी तक कोई गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अथिति नहीं बना है। उन्होंने कहा की वह नेता अफ्रीका से होगा, शायद दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति हो।
विदेश मंत्रालय ने अभी इस खबर की कोई पुष्टि नहीं की है। सरकारी अधिकारी ने बताया कि सही वक्त पर गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के नाम का ऐलान कर दिया जायेगा। अफ्रीकी देशों के साथ भारत रिश्तों को मज़बूत और अपनी उपस्थिति जाहिर करने के प्रयासों में जुटा हुआ है।
नरेन्द्र मोदी की सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत ने अफ्रीकी देशों के साथ रिश्तों को मजबूती देने का निरंतर प्रयास किया है। भारत ने संसाधन के धनी देशों से नजदीकी बढ़ाने और चीन की विस्तारवादी नीति की कमर तोड़ने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ मजबूत सम्बन्ध बनाये हैं।
अफ्रीका के 55 देश भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में दावेदारी का समर्थन करते हैं। भारत ने 44 अफ्रीकी देशों में विकास के लिए 8 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। इस वर्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू कई अफ्रीकी देशों के दौरे पर गए थे।