राकेश गोंद उस समय 12 साल के थे जब वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के वराठा गांव में माल पहुचाने के लिए ट्रेक्टर चलाया करते थे। वह यह तक नही जानते थे की इस उम्र में ट्रेक्टर चलाना कानूनी तौर पर ठीक है कि नही। लेकिन उन्हे अपने परिवार का सहारा बनने के लिए यह सब करना पड़ता था।
इसलिए जब उनके गांव में एक परिचित ने उसे पॉल वाल्ट (बांस कूद) उठाने को कहा तो वह जरा भी नही हिचकिचाए, क्योंकि इससे उन्हे सेना में नौकरी मिल सकती थी। और वह बिना खेल की जानकरी रखे इसका उपयोग करने लगे।
पांच साल के बाद, अब राकेश ने रविवार को खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पॉल वॉल्ट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा है। राकेश ने अंडर-21 में 4.07 मीटर लगाकर टॉप स्थान प्राप्त किया। वही तेलंगाना के अनुज ने दूसरा स्थान पाने के लिए 4.5 की छलागं लगाई थी।
राकेश ने याद किया,” “मेरे चाचा ने मुझे बताया कि आपको यह लंबी छड़ी लेनी होगी और बाड़ पर कूदना होगा। मैंने कोशिश की और पहली बारी में मैं इसमें सफल हो गया। उन्होने फिर मुझसे कहा था कि अगर तुम ऐसा करते रहोगे तो तुम्हे सेना में नोकरी मिलेगी।”
हालाँकि राकेश को अभी तक नौकरी नहीं मिली है, लेकिन वे खेलो इंडिया छात्रवृत्ति योजना के लाभार्थी हैं। उन्होने कहा “मैं पिछले साल इसमे सिल्वर मेडल जीता था तो मुझे उसके बाद हर महीन खर्च करने के लिए 10 हजार रुपये मिलते है।”
इसी के साथ, खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इस संस्करण में मेजबान महाराष्ट्र ने अपना वर्चस्व जारी रखा है और महाराष्ट्र के नाम 56 गोल्ड मेडल है छठे दिन के अंत तक। अभीतक महाराष्ट्र के पास 56 गोल्ड, 44 सिल्वर और 56 कांस्य पदक है। वह दिल्ली से एक स्थान आगे है दिल्ली इस वक्त दूसरे स्थान पर है। जिनके पास 107 पदक है, जिसमें 42 गोल्ड, 27 सिल्वर 38 कांस्य पदक शामिल है। हरियाणा 103 पदक के साथ तीसरे स्थान पर है। उनके नाम 33 गोल्ड, 34 सिल्वर और 36 कांस्य पदक है।