अमेरिका के राज्य विभाग ने बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात को तीन अलग पैकेज में छह अरब डॉलर के हथियार बेचने की मंज़ूरी दे दी है। खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका अपने इन सहयोगियों पर निर्भर है इसमें ईरान के प्रभुत्व से निपटने के लिए सऊदी अरब है ,अप्रैल में अमेरिका ने ठाढ़ मिसाइल रसखा प्रणाली के भाग को सल्तनत को बेचने की तरफ आगे बढे थे।
शुक्रवार को कॉंग्रेस को भेजी सूचना के मुताबिक, बहरीन विभिन्न स्वदेशी मिसाइल प्रणाली और इससे सम्बंधित उपकरणों को खरीदना चाहता है और इसकी अनुमानित कीमत 2.48 अरब डॉलर होगी। बहरीन के साथ हुए समझौते में 36 स्वदेशी एमआईएम-104ई मिसाइल है जो एयरक्राफ्ट और क्रूज मिसाइल को मार गिराने में सक्षम है।
कांग्रेस को भेजी अलग सूचना में बहरीन ने उसके एफ-16 ब्लॉक 70/एफ-16 वी एयरक्राफ्ट का सहयोग करने वाले हथियारों की तरफ भी इशारा किया है जिसकी कीमत 75 करोड़ है। इस पैकेज में 32 आइआइएम-9 एक्स मिसाइल, 20 एजीएम-84 ब्लॉक II हार्पून मिसाइल और 250 पौंड कोटे व्यास के बम वाले 100 जीबीयू-39एस और अन्य जंगी उपकरण शामिल है।
तीसरी सूचना में बताया कि, यूएई ने 2.73 अरब डॉलर की स्वदेशी मिसाइल और उससे सम्बंधित उपकरणों की खरीद को मंज़ूरी दी है। इसमें 452 स्वदेशी एडवांस्ड कैपबिलिटी 3 (पीएसी-3) मिसाइल सेगमेंट एनहांस्ड और इससे सम्बंधित उपकरण है। पेंटागन की रक्षा सुरक्षा सहयोग विभाग ने कांग्रेस को संभावित सेल की सूचना दी है।
इस सूचना में कांग्रेस को दुसरे मुल्क को हथियार बेचने की मंज़ूरी के बाबत बताया गया है हालाँकि इसमें यह नहीं बताया कि दोनों देशों के बीच कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर हो गए हैं या बातचीत की प्रक्रिया अभी जारी है। इस सेल के कॉन्ट्रैक्टर रायथेओं कंपनी और लॉकहीड मार्टिन कंपनी है।