जब बैक्टीरिया, वायरस, धूल या अन्य पदार्थों के कारण गले और फेफड़ों के बीच संक्रमण हो जाता है और वायुमार्ग में समस्या आने लगती है तो खांसी की परेशानी हो जाती है। खांसी गले में मौजूद गन्दगी को साफ़ करने का एक तरीका होता है।
बहुत पुरानी खांसी एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या तो है ही, लेकिन कुछ लोग इसे स्वास्थ्य से ज्यादा झुंझलाहट का कारण समझते हैं।
सीने में दर्द, घबराहट जैसे साइड इफेक्ट्स के अलावा खांसी से नींद में हस्तक्षेप भी होता है जिससे थकावट आदि की समस्या भी हो जाती है। इन सब कारणों के चलते खांसी का इलाज काफी कठिनाई वाला कार्य लगने लगता है।
बहुत से लोग सीधे दवाई की दुकानों से खरीदी हुई दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि उनमें से बहुत से पैसे की बर्बादी है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया है, “अमेरिकी कॉलेज ऑफ सीस्ट फिजिशियन दिशानिर्देशों के मुताबिक, ओवर-द-काउंटर कफ उपचार में कई सक्रिय सामग्री अप्रभावी हैं।”
ऐसे में खांसी की समस्या के लिए घरेलु उपाय ही रामबाण साबित होते हैं।
विषय-सूचि
इन्ही समस्याओं के निवारण के लिए आइये हम जानते हैं कि ऐसे कौनसे प्राकृतिक घरेलु उपाय हैं जिनसे खांसी का निवारण किया जा सकता है।
खांसी के रामबाण इलाज
खांसी में शहद लें (honey for cough in hindi)
पुराने समय से ही शहद को खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। कई अध्ययनों के अनुसार, दवाई की दुकानों पर मिलने वाली खांसी की दवाइयों के मुकाबले शहद अधिक फायदेमंद होता है।
इन दवाइयों में देक्स्त्रोमेथोर्फान मौजूद होता है जो खांसी को ठीक करने के काबिल होता है लेकिन इससे ज्यादा फायदा आपको तब मिलेगा जब आप शहद का सेवन करेंगे।
इसके प्रयोग के लिए आप स्वयं ही इसे घर पर बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए 2 चम्मच शहद को आयुर्वेदिक चाय, गर्म पानी या फिर नीम्बू के साथ आप ले सकते हैं।
शहद आपको खांसी से आराम देता है और नीम्बू घबराहट दूर करता है। इसके अतिरिक्त आप शहद को अकेले ही खा सकते हैं या फिर नाश्ते में ब्रेड पर लगा कर भी ले सकते हैं।
खांसी में करें पुदीना का सेवन (pudina in cough in hindi)
पुदीने के पत्तियों को उनकी चिकित्सीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें मौजूद मेंथोल आपके गले को आराम देता है। यह बलगम को कम करता है जिससे खांसी कम हो जाती है।
इसको आप पुदीने की चाय के रूप में ले सकते हैं या फिर पुदीने के भाप ले सकते हैं। इसकी भाप लेने के लिए, पुदीने के तेल की 3-4 बूँदें करीबन 100 मिलीलीटर गर्म पानी में डाल लें। अपने सिर पर एक तौलिया रख लें और पानी के ऊपर अपना सिर रखकर गहरी सांसें लें।
नमक और पानी का कुल्ला (gargels in cough in hindi)
ये आपको बड़ा ही साधारण सा तरीका लग सकता है लेकिन नमक और पानी के कुल्ले से खांसी की समस्या में काफी राहत मिलती है। ये आपके गले में होने वाली खराश को दूर करता है जिससे खांसी कम हो जाती है।
इसको बनाने के लिए 1/4-1/2 चम्मच नमक को 8 औंस गर्म पानी में मिला लें और फिर कुल्ला कर लें। इससे गले में होने वाला दर्द या जलन से छुटकारा मिलता है।
हालांकि, ये याद रखें कि 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे कुल्ला नहीं कर पाते हैं इसलिए उनके लिए दूसरे तरीकों का उपयोग करें।
खांसी में लें काली मिर्च और शहद की चाय (black pepper tea in cough in hindi)
गीली खांसी से छुटकारा पाने के लिए आप काली मिर्च और शहद की चाय का प्रयोग कर सकते हैं।
ये आपके गले में मौजूद बलगम हटा देता है और शहद को खांसी से निजात पाने का प्राकृतिक उपाय भी माना गया है।
इसको बनाने के लिए ताज़ी पीसी हुई काली मिर्च के साथ 2 बड़े चम्मच शहद एक कप में मिला लें और उसमें गर्म पानी डाल दें। इसको ढक दें और 15 मिनट तक रखा रहने दें उसके बाद छान कर पी लें।
खांसी का इलाज है अदरक (ginger for cough in hindi)
अदरक की चाय खांसी का जबरदस्त रामबाण इलाज है।
अदरक में कई चिकित्सीय गुण होते हैं और प्राचीन काल से ही इसे आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है। अदरक में मौजूद एंटीहिस्टामिन और डीकनजेसटेंट गुणों के कारण चिकित्सक खांसी के इलाज के लिए इसके सेवन का परामर्श देते हैं।
आप इसको अदरक की चाय के रूप में ले सकते हैं। अदरक की चाय बनाने के लिए एक पतीले में 3 कप पानी डालें और उसमें 12 टुकड़े अदरक के डाल दें। इसे 20 मिनट तक गर्म होने दें फिर हटा लें।
छान लें और इसमें 1 बड़ा चम्मच शहद डालें और नीम्बू निचोड़ लें और चख लें यदि इसमें मिर्च अधिक हो तो पानी की मात्रा बढ़ा लें।
खांसी में पीएं हल्दी का दूध (haldi doodh for cough in hindi)
प्राचीन काल से ही हल्दी दूध को खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें आपके गले में होने वाले दर्द और खराश को दूर भागने की क्षमता होती है।
इसे बनाने के लिए 1 चम्मच हल्दी गर्म दूध में डाल लें और रात को सोने से पहले पी लें। शरीर के लिए दूध बहुत लाभदायक होता है। गर्म दूध आपके गले को आराम देगा जिससे आप चैन से सो पाएंगे।
इसके अतिरिक्त आप इसमें अच्छा स्वाद जोड़ने के लिए बादाम या नारियल भी डाल सकते हैं। शहद डालने से भी इसका स्वाद बढाया जा सकता है।
खांसी का इलाज है तुलसी (tulsi for cough in hindi)
तुलसी में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो पल भर में आपकी खांसी ठीक करने के काबिल होते हैं। इसका कई तरह से सेवन किया जा सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत समय से खांसी के निवारण के लिए इसका प्रयोग किया जाता रहा है।
आप इसकी पत्तियों को चबाकर खा सकते हैं या फिर इसको पानी में उबाल कर वह पानी पी सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप तुरंत फायदे के लिए तुलसी की कैपसूल भी ले सकते हैं।
इसके अलावा आप तुलसी के तेल की कुछ बूँदें एक बर्तन में डालकर भाप भी ले सकते हैं ताकि आपकी खांसी ठीक हो सके।
एलो वेरा (aloe vera for cough in hindi)
एलो वेरा के एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के कारण ये इसे खांसी के इलाज के लिए उच्च माना जाता है। आप बस एक गिलास एलो वेरा के रस में थोडा शहद डालें और इसको पी लें। इससे आपको आराम मिलेगा।
एलो वेरा गले के प्रभावित टिश्यू को ठीक करने में लाभकारी होता है। इसके अलावा इसमें ऐनाल्जेसिक गुण भी होते हैं जो कीटाणुओं से लड़ने में सहायता करते हैं।
प्याज (onion for cough in hindi)
प्याज में सल्फर होता है जो पुरानी खांसी से निजात पाने के लिए एक रामबाण इलाज है।
इसका सेवन करने के लिए एक चम्मच कच्चे प्याज का रस कच्चे शहद के साथ मिला लें। इसको 3-4 घंटे तक ऐसे ही रखा रहने दें। आपका सिरप तैयार है। आप इसका सेवन दिन में 3 बार करें।
गर्म प्याज का सूप पीना भी खांसी का अच्छा इलाज हो सकता है। प्याज में चमत्कारी एंटीओक्सीडैन्ट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं। इससे लगातार खांसी भी नहीं है।
विटामिन सी (vitamin c for cough in hindi)
विटामिन सी इम्यून सिस्टम के लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण और लाभकारी है। इसी कारण से यदि आप विटामिन सी का अधिक सेवन करते हैं तो आपको खांसी की समस्या में लाभ होता है।
गुलाबी कमर अथवा रोज हिप्स विटामिन सी का एक बहुत अच्छा स्रोत होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इनमें संतरे से भी ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है। आप रोज हिप की चाय ले सकते है या इनके सप्लीमेंट्स का भी सेवन कर सकते हैं।
विटामिन सी के अन्य स्रोतों में संतरे, ब्लूबेरी, केल, कीवी और लाल मिर्च भी शामिल हैं।
खांसी के योग (yoga for cough in hindi)
योग करना खांसी के लिए रामबाण साबित हो सकता है।
योग करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और वायरल बीमारियाँ कम होती हैं।
यदि आप खांसी की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपके लिए यह जरूरी है कि आप रोजाना योग करें।
इसके लिए कपाल भाति और अन्य श्वास सम्बन्धी योग करें।
इस लेख में हमनें आपको खांसी के घरेलु उपायों और रामबाण इलाज के बारे में बताया।
इस विषय से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
mujhe pichle 1 saal se khansi kii samsya hai. mujhe kya karna chahiye? main bahut dawaiyan li hai. kai din se shahd aur adrak bhi kha raha hoon. maine doctor se bhi paramarsh kiya tha. doctor nein do mahine ki dawa di hai.
यदि आपको एक साल से खांसी है, तो आपको तुरंत ही एक अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. इतने लम्बे समय से खांसी का होना खतरा हो सकता है.
hi sir, khaansi hone ke kya karan hai? mujhe har mausam khansi ho jaati hia.
खांसी होने के कई कारण हैं, जैसे गलत खाना खाना, कम कपड़े पहनना, बदलते मौसम में बचाव ना करना.
I have cough and cold. any help?
खांसी का ऐसा रामबाण इलाज बताइए, जिससे दो दिन में खांसी ठीक हो जाए, बिना कोई परहेज के.
खांसी में शराब पीने से कोई आराम मिलता है क्या? यदि हाँ तो कितनी लेनी चाहिए?
mere pichle teen mahinon se khaansi hai yah theek nahin ho rahi yah apne aap kab tak theek ho jaayegi bina doctor ke paas jaaye yaa medicine liye
mere khaansi ho gayi thi to maine shehed and adrak khaayi to vo thodi hi dr mein theek ho gayi your post helped me thank you
Mujhe aaj subah se lagatar khaansi ho rahi hai mujhe ise jaldi rokne ke liye kya karna chaahiye kya chai peene se ye theek ho skati hai?
मुझे खांसी नहीं है लेकिन हर आधा, एक घंटे में गले में कफ इकट्ठा हो जाता है फिर थूकने पर कफ (खखार) निकलता है और ऐसा हर रोज होता है। इसके लिए कोई उपचार बताइए