सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या की जांच को संयुक्त राष्ट्र के समक्ष पेश करने के लिए अन्य देशों के साथ जांच कर रहा है।
अल जजीरा के मुताबिक, तुर्की के विदेश मंत्री मेव्लुट कावुसोग्लू ने अपने टूनिसिया के समकक्षी के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सऊदी अरब ओनी जांच की जानकारी को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ साझा करेगा।
तीन माह पूर्व पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में हुई थी। हाल ही में यमन में जारी जंग में अमेरिकी सैन्य समर्थन बंद करें और पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की निंदा की थी।
सऊदी अरब ने इसका प्रतिकार करते हुए प्रस्ताव को ख़ारिज किया है। सऊदी अरब ने कहा कि अमेरिका हमारे आंतरिक मामलों में प्रबल दखलंदाजी कर रहा है। अमेरिका ने यह प्रस्ताव 13 दिसम्बर को पारित किया था। सऊदी अरब ने अपने सहयोगी देश और मैत्रीपूर्ण सरकार के सदस्यों का सदन में प्रस्ताव लाने पर चिंता जाहिर की है।
इस बयान में अमेरिकी और सऊदी के संबंधों के बाबत कहा कि ईरान के नापाक मंसूबों के अंत के लिए सऊदी अरब हमेशा वांशिगटन के साथ खड़ा रहा था। सऊदी अरब ने अपने आंतरिक मसलों में दखल को खारिज किया। उन्होंने सऊदी के नेतृत्व का असम्मान करने वाले सभी आरोपों को नाकारा है। सऊदी अरब ने कहा कि जो हमारे प्रभुत्व पर प्रश्न उठाये, हम उन सभी सभी आलोचनाओं का निरादर करते हैं।
सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या खेदजनक थी, यह कोई अपराध नहीं था। उन्होंने कहा कि यह सऊदी या उसके संस्थानों की योजना को उजागर नहीं करती है। सऊदी अरब ने न्यायिक मामले को राह से भटकाने के आरोपों को भी खारिज किया था।