जमाल खशोगी की हत्या पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट जारी होने के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैयब एर्डोगन (tayyip erdogan) ने बुधवार को कहा कि “पत्रकार के हत्यारों को उसकी कीमत चुकानी होगी। उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी और कार्यवाही का सामना करना होगा।”
खशोगी द वांशिगटन पोस्ट में मध्य पूर्व के बाबत लेख लिखते थे और उनकी हत्या बीते वर्ष अक्टूबर में इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में मौत हो गयी थी। रियाद ने अपने खिलाफ लगाए सभी आरोपों को खारिज किया था और इस हत्या से अपने पल्ला झाड़ लिया था।
बुधवार को यूएन की जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकार की हत्या के तार सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से जुड़े हुए हैं। हालाँकि सल्तनत ने इस रिपोर्ट के दावे को खारिज किया है सऊदी ने शुरुआत में खशोगी की हत्या से इंकार किया था।
सीएनएन में प्रकाशित हुआ कि इस तफ्तीश के मुताबिक, सऊदी अरब के पत्रकार खशोगी की जानबूझकर, सोची-समझी हत्या थी। कालमर्ड के मुताबिक, उनके समक्ष हत्या के विश्वसनीय सबूत हैं और आगे की तफ्तीश विभाग करेगा। खशोगी सऊदी प्रिंस की ताकत से पूरी तरह वाकिफ थे और उनकी डर की प्रतिक्रिया दिखी कि अगर वह सल्तनत वापस लौटते हैं तो उनका हाल क्या होगा।”
रिपोर्ट के अनुसार हत्या के बाद खशोगी के शव के टुकड़े कर दिए गए थे और इसके दूतावास के परिसर से बैग में ले जाय गया था। खशोगी का शव अभी तक नहीं मिला है।
अलबत्ता कुछ दिनों के बाद सऊदी अरब के अधिकारीयों ने गुनाह कबूल लिया था कि पूछताछ के दौरान पत्रकार की हत्या की गयी थी। तुर्की ने भी हत्या का आरोप क्राउन प्रिंस पर लगाया था। तुर्की ने संदिग्ध अपराधियों को सऊदी से उनके हवाले करने की मांग की थी हालाँकि सऊदी ने उनकी मांग को ख़ारिज कर दिया था।